जल-जीवन-हरियाली अभियान से बिहार का बढ़ा मान, पानी पी-पी कर कोसते रहे लालू प्रसाद : सुशील मोदी

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्रीसुशील कुमार मोदीने ट्वीटकर कहा है कि जल-जीवन-हरियाली अभियान का विरोध करने के लिए यदि लालू प्रसाद पैसे की बरबादी और भ्रष्टाचार का कुतर्क दे रहे हैं, तो वे बतायें कि अपने 15 साल के शासन में किसी भी सामाजिक मुद्दे पर कोई जागरुकता अभियान न चला कर उन्होंने कितने पैसे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2020 5:55 PM

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्रीसुशील कुमार मोदीने ट्वीटकर कहा है कि जल-जीवन-हरियाली अभियान का विरोध करने के लिए यदि लालू प्रसाद पैसे की बरबादी और भ्रष्टाचार का कुतर्क दे रहे हैं, तो वे बतायें कि अपने 15 साल के शासन में किसी भी सामाजिक मुद्दे पर कोई जागरुकता अभियान न चला कर उन्होंने कितने पैसे बचा लिये थे? राजद शासन में राज्य का बजट आकार कभी 34000 करोड़ से आगे क्यों नहीं बढ़ा?उन्होंने सवालकरतेहुए आगे लिखा कि क्या सरकारी कोषागारों में पैसे चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला करने के लिए बचा कर रखे गए थे? जिनका शासन लूट और घोटालों के कारण बिहार को शर्मसार करता रहा, वे एक नेक काम पर बेतुके आरोप लगा रहे हैं.

सुशील मोदी ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली के लिए 5.16 करोड़ बिहारवासियों ने18034 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर दुनिया को प्रभावित और प्रेरित किया. संयुक्त राष्ट्र की समिति यूएनईपी ने न केवल इसकी सराहना की, बल्कि इसमें सहयोग का आश्वासन दिया. जिस काम से बिहार का मान बढ़ा, उसे लालू प्रसाद पानी पी-पी कर कोसते रहे. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के जिन आधा दर्जन माननीय विधायकों ने जीवन और हरियाली का हाथ थाम कर एक राजनीतिक पाप से खुद को अलग रखा, उनका विशेष आभार. अच्छी बात है कि कुछ लोगों में दलगत दायरे से बाहर सोचने का साहस बचा है.

Next Article

Exit mobile version