बैंक की राह पर डाकघर : बचत खाते में न्यूनतम 500 रुपये रखना अनिवार्य

सुबोध कुमार नंदन पटना : अब पोस्ट ऑफिस में बचत खाता (पीओएसए) खोलना महंगा हो गया है. अब इसके लिए कम-से-कम 500 रुपये जमा करने होंगे. इससे पहले यह खाता पोस्ट ऑफिस में मात्र 50 रुपये में खुल जाता था. साथ ही खाते में कम-से-कम 500 रुपये रखना अनिवार्य कर दिया गया है. अधिकारियों से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 17, 2019 6:27 AM
सुबोध कुमार नंदन
पटना : अब पोस्ट ऑफिस में बचत खाता (पीओएसए) खोलना महंगा हो गया है. अब इसके लिए कम-से-कम 500 रुपये जमा करने होंगे. इससे पहले यह खाता पोस्ट ऑफिस में मात्र 50 रुपये में खुल जाता था. साथ ही खाते में कम-से-कम 500 रुपये रखना अनिवार्य कर दिया गया है.
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में केंद्र सरकार ने 12 दिसंबर को एक अधिसूचना जारी की है. जानकारी के अनुसार पहली बार डाक विभाग ने किसी बचत खाते में न्यूनतम राशि रखना अनिवार्य किया है. नये प्रावधान के तहत डाकघर बचत खाता में न्यूनतम 500 रुपये रखना अनिवार्य कर दिया गया है. न्यूनतम राशि नहीं रहने पर खाते से सालाना 100 रुपये कट जायेंगे.
सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने से राज्य के किसी डाकघर में सोमवार को नया खाता नहीं खुला : डाक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार से नये फाॅर्मेट में नया बचत खाता खोलना था, लेकिन साॅफ्टवेयर में बदलाव नहीं होने के कारण राज्य के किसी भी पोस्ट ऑफिस में एक भी नया खाता नहीं खुला.
अधिकारियों के अनुसार नये बदलाव को लेकर सरकार ने अधिसूचना तो जारी कर दी, लेकिन नये फाॅर्मेंट के अनुसार फैनिकल से पैच नहीं किया गया. जब तक साॅफ्टवेयर अपडेट नहीं हो जाता है, तब तक नया खाता खोलना संभव नहीं है. तकनीकी अधिकारी संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि साॅफ्टवेयर अपडेट मैसूर से होता है. उम्मीद है कि मंगलवार की दोपहर से नया बचत खाता खुलने लगेगा.
100 में आरडी व 1000 में टाइम डिपोजिट खाता
रेकरिंग डिपोजिट (आरडी) खाता भी खोलना महंगा हो गया है. 10 रुपये के बदले अब न्यूनतम 100 रुपये में यह खाता खुलेगा. वहीं, टाइम डिपोजिट (टीडी) खाता खोलना भी 10 गुना महंगा हो गया है.100 रुपये के बदले अब न्यूनतम एक हजार रुपये में यह खाता खुलेगा.
इन पर असर नहीं
सुकन्या समृद्धि योजना, पब्लिक प्रोविटेंट फंड अकाउंट (पीपीएफ), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, मंथली इनकम स्कीम, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) और किसान विकास पत्र (केवीपी) में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

Next Article

Exit mobile version