बिहार में ”जल प्रलय” को लेकर दिल्ली में बैठक, PM मोदी बोले- हर संभव मदद को तैयार, अब तक 40 की मौत

नयी दिल्ली : बिहार में बारिश और बाढ़ के कारण आए ‘जल प्रलय’ से लोग बेहाल हैं. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अबतक 40 लोगों की मौत हुई है वहीं नौ लोग घायल हुए हैं.... राष्‍ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्‍यक्षता में मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2019 11:34 AM

नयी दिल्ली : बिहार में बारिश और बाढ़ के कारण आए ‘जल प्रलय’ से लोग बेहाल हैं. बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अबतक 40 लोगों की मौत हुई है वहीं नौ लोग घायल हुए हैं.

राष्‍ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्‍यक्षता में मंगलवार को बिहार में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. बिहार सरकार ने बैठक में जानकारी दी कि भारी वर्षा और नदियों का जलस्‍तर बढ़ने के कारण राज्‍य के 16 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. राज्य में सरकारी तंत्र द्वारा व्यापक स्‍तर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है. राष्‍ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य केंद्रीय एजेंसियों द्वारा इसमें पूरी मदद दी जा रही है. एनडीआरएफ की 20 टीमें राज्य में तैनात की गयी हैं. इनमें से अकेले पटना में छह टीमें मौजूद हैं, जहां पिछले तीन दिनों में बहुत ज्‍यादा बारिश के कारण जलभराव की स्थिति है. राहत और बचाव कार्य में वायुसेना के दो हेलिकॉप्‍टरों को लगाया गया है. कोयला मंत्रालय की ओर से चार हेवी ड्यूटी पंप उपलब्ध कराये गये हैं, जो आज पटना पहुंच जायेंगे. इन पंपों के जरिये जलभराव वाले इलाकों से प्रति मिनट तीन हजार गैलन पानी निकाला जा सकेगा. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के प्रयास किये जा रहे हैं और साथ ही खाने और पीने के पानी जैसी जरूरी वस्‍तुओं की आपूर्ति भी की जा रही है.

एक ओर जहां केंद्रीय मंत्रालयों की टीमों द्वारा राज्‍य में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया जा चुका है, वहीं ये टीमें एक बार फिर बाढ़ की ताजा स्थिति की समीक्षा के लिए राज्‍य का दौरा कर सकती हैं. भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि राज्‍य में पिछले पांच दिनों से जारी भारी वर्षा के बाद अब स्थिति में सुधार हो रहा है. कैबिनेट सचिव ने बैठक में बाढ़ की ताजा स्थिति के साथ ही इससे निबटने की तैयारियों तथा राहत और बचाव कार्यों की भी समीक्षा की. उन्‍होंने इन कार्यों में राज्‍य सरकार की ओर से मांगी गयी मदद के अनुरूप संबंधित अधिकारियों को आवश्‍यक निर्देश भी दिये. बैठक में गृह, रक्षा, कोयला तथा जलशक्ति मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, आईएमडी और केंद्रीय जल आयोग के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने भाग लिया. इसके अलावा राज्‍य सरकार के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने वीडियो कान्‍फ्रेंसिंग के जरिए इसमें हिस्‍सा लिया.

पटना के राजेंद्र नगर इलाके में फंसे निवासियों को बचाने के लिए नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है. एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा कहते हैं, ‘कल से 6000-7000 लोगों सहित बुजुर्गों और रोगियों को क्षेत्र से बचाया गया है. हम अब राहत सामग्री के वितरण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं."

मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बाढ़ से बिगड़े सूबे के हालात पर बात की थी. बाद में ट्वीट कर कहा था कि प्रभावित लोगों की सहायता के लिए एजेंसियां स्थानीय प्रशासन के साथ काम कर रही हैं. केंद्र हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है, जिसकी आवश्यकता हो सकती है.