#Article370 : JDU ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को लेकर लोकसभा से किया वॉकआउट, ललन सिंह बोले…

नयी दिल्ली / पटना : जेडीयू ने अनुच्छेद 370 हटाये जाने का विरोध किया है. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के प्रमुख घटक दल जेडीयू ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के लिए लोकसभा में पेश संकल्प और राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 का विरोध किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 6, 2019 2:14 PM

नयी दिल्ली / पटना : जेडीयू ने अनुच्छेद 370 हटाये जाने का विरोध किया है. बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के प्रमुख घटक दल जेडीयू ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के लिए लोकसभा में पेश संकल्प और राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 का विरोध किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पेश प्रस्ताव और विधेयक पर चर्चा के दौरान जेडीयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी विधेयक का विरोध करती है. आतंकवाद से लड़ाई को लेकर अगर कोई कड़ा-से-कड़ा कानून लाया जाता, तो हमारी पार्टी समर्थन करती. हमारी पार्टी विवादास्पद चीजों का समर्थन नहीं करती है, इसलिए हम इस विधेयक का समर्थन नहीं करते हैं और हम बहिष्कार करते हैं.

लोकसभा में पेश संकल्प और राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान ललन सिंह ने कहा कि देश में एक दौर था, जो आतंकवादियों का दौर था. 2004 से 2014 तक हम लोगों ने इसे देखा है. कई जगहों पर आतंकी घटनाएं हुईं. सदन में इस पर चर्चा होती थी. सदन में 3-3, 4-4 घंटे चर्चा होती थी. वर्ष 2014 के बाद केंद्र सरकार ने जो कदम उठाया, मुझे नहीं लगता कि कोई आतंकी घटनाएं हुईं. आतंकवाद की जड़ कहां है, सब जानते हैं. आज कहां आतंकवाद है, उसे कहां से खाद-पानी मिलता है. सभी जानते हैं. पहले सत्र से ही गृह मंत्री अमित शाह ने एनआईए एक्ट में संशोधन किया. आतंकवाद से लड़ने के लिए आप सदन में कोई भी कड़ा-से-कड़ा कानून लेकर आते, हम समर्थन करते. हमारी पार्टी की मान्यता रही है कि जो विशेष राज्य का दर्जा जो प्राप्त था. वह रहना चाहिए था. हमारी लड़ाई आतंकवाद से होनी चाहिए थी. हमारी पार्टी विवादास्पद चीजों का समर्थन नहीं करती है. इसलिए हम इसका समर्थन नहीं करते हैं. इसलिए हम बहिष्कार करते हैं.

मालूम हो कि इससे पहले सोमवार को जेडीयू ने राज्यसभा में भी राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 का विरोध किया था. राज्यसभा में चर्चा के दौरान जेडीयू सदस्य रामनाथ ठाकुर ने कहा था कि उनकी पार्टी समान नागरिक संहिता और धारा 370 के मुद्दे को अदालत के फैसले या सभी पक्षों के बीच सहमति से हुए समझौते से निकाले जाने के पक्ष में है. इससे इतर किसी अन्य तरीके का विरोध करते हुए उनका दल इस संकल्प और विधेयक का विरोध करते हुए सदन से वाकआउट करते हैं. इसके बाद जेडीयू के सदस्य सदन से बाहर चले गये थे.

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