जेल में बंद लालू का नीतीश के नाम खुला पत्र, कहा- मिसाइल के जमाने में तीर-तीर किये जा रहे हो?

पटना : लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरणका चुनाव संपन्न होनेके साथ ही सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिये नीतीश कुमारकेनामखुलापत्रलिखा है. अपने पत्र के माध्यम से लालूप्रसाद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते बिहार के लोगों को आगाहकरतेहुए जदयू के चुनाव चिह्न ‘तीर’ को घातक हथियारबताया है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 13, 2019 11:28 AM

पटना : लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरणका चुनाव संपन्न होनेके साथ ही सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिये नीतीश कुमारकेनामखुलापत्रलिखा है. अपने पत्र के माध्यम से लालूप्रसाद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते बिहार के लोगों को आगाहकरतेहुए जदयू के चुनाव चिह्न ‘तीर’ को घातक हथियारबताया है. लालू यादव ने अपनी पोस्ट में नीतीश कुमार को जनता की पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया है. इसके साथ ही अपनेफेसबुक पोस्ट के जरिये लालू यादव ने बताया है कि किस तरह सेराजदका लालटेनजदयूके तीर से बेहतर है.

लालू यादव ने अपने फेसबुक पोस्ट की शुरुआत में नीतीश कुमार को छोटा भाई कहते हुए लिखाहै…


‘सुनो छोटे भाई नीतीश, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तुम्हें आजकल उजालों से कुछ ज्यादा ही नफरत सी हो गई है. दिनभर लालू और उसकी लौ लालटेन-लालटेन का जाप करते रहते हो. तुम्हें पता है कि नहीं, लालटेन प्रकाश और रोशनी का पर्याय है. मोहब्बत और भाईचारे का प्रतीक है. गरीबों के जीवन से तिमिर हटाने का उपकरण है. हमने लालटेन के प्रकाश से गैरबराबरी, नफरत, अत्याचार और अन्याय का अंधेरा दूर भगाया है और भगाते रहेंगे. तुम्हारा चिह्न तीर तो हिंसा फैलाने वाला हथियार है. मार-काट व हिंसा का पर्याय और प्रतीक है.और हां जनता को लालटेन की ज़रूरत हर परिस्थिति में होती है.’

लालू यादव ने आगे अपनी पोस्ट में लिखा है, ‘प्रकाश तो दिए का भी होता है. लालटेन का भी होता है और बल्ब का भी होता है. बल्ब की रोशनी से तुम बेरोज़गारी, उत्पीड़न, घृणा, अत्याचार, अन्याय और असमानता का अंधेरा नहीं हटा सकते, इसके लिए मोहब्बत के साथ खुले दिल और दिमाग से दिया जलाना होता है. समानता, शांति, प्रेम और न्याय दिलाने के लिए खुद को दिया और बाती बनना पड़ता है. समझौतों को दरकिनार कर जातिवादी, मनुवादी और नफरती आंधियों से उलझते व जूझते हुए खुद को निरंतर जलाए रहना पड़ता है.’

लालू यादव ने लिखा, ‘तुम क्या जानो इन सब वैचारिक और सिद्धांतिक उसूलों को. डरकर शॉर्टकट ढूंढना और अवसर देख समझौते करना तुम्हारी बहुत पुरानी आदत रही है. और हां तुम कहां मिसाइल के जमाने में तीर-तीर किए जा रहे हो? तीर का ज़माना अब लद गया. तीर अब संग्रहालय में ही दिखेगा. लालटेन तो हर जगह जलता दिखेगा और पहले से अधिक जलता हुआ मिलेगा क्योंकि 11 करोड़ गरीब जनता की पीठ में तुमने विश्वासघाती तीर ही ऐसे घोंपे है. बाकी तुम अब कीचड़ वाले फूल में तीर घोंपो या छुपाओ. तुम्हारी मर्जी.’

जेल में लालू प्रसाद को लालटेन नहीं दिख रहा : नीरज

जदयू के प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने लालू प्रसाद को पत्र लिखकर कहा है कि आप जेल में हैं. इसलिए आपको लालटेन नहीं दिखाई दे रहा होगा क्योंकि वहां बिजली है. आप आज भी क्यों बिहार को लालटेन युग में ही रखना चाहते हैं. बिहार बहुत आगे बढ गया है. आप सच कह रहे हैं कि यह मिसाइल का युग है ऐसे में आप लालटेन को लेकर कहां बिहार के लोगों को बरगला रहे हैं. ऐसे भी बिहार में लालटेन की पहचान भ्रष्टाचार, अवैध संपत्ति अर्जित करना ,उन्माद जंगलराज की बनकर रह गई है.

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