पटना : खुशबू ने ही फोन कर बुलाया था मनीष को, भाई को की थी तीन मैसेज ‘भैया सॉरी फॉर एवरीथिंग’
खुशबू के मोबाइल का पैटर्न लॉक पुलिस ने खोला तो हुआ खुलासा पटना : खुशबू ने क्वालिटी इनक्लेव अपार्टमेंट की छत पर जाने के बाद तीन लोगों को मैसेज किया था. इसमें एक मैसेज उसने अपने भाई को संबोधित करते हुए घर वाले मोबाइल नंबर पर किया था. इसमें उसने ‘भइया सॉरी फॉर एवरीथिंग’ लिखा […]
खुशबू के मोबाइल का पैटर्न लॉक पुलिस ने खोला तो हुआ खुलासा
पटना : खुशबू ने क्वालिटी इनक्लेव अपार्टमेंट की छत पर जाने के बाद तीन लोगों को मैसेज किया था. इसमें एक मैसेज उसने अपने भाई को संबोधित करते हुए घर वाले मोबाइल नंबर पर किया था. इसमें उसने ‘भइया सॉरी फॉर एवरीथिंग’ लिखा था.
हालांकि उसने उस नंबर पर मैसेज नहीं किया, जो उस समय विशाल के पास था और उसी नंबर से वह लगातार खुशबू से बात कर रहा था.
यह सारा खुलासा खुशबू के मोबाइल फोन के पैटर्न लॉक खुलने के बाद सामने आया है. इसके बाद बुद्धा कॉलोनी पुलिस ने भाई विशाल को जानकारी दी कि उसके मोबाइल फोन पर भी खुशबू ने मैसेज किया था. इसके बाद विशाल ने जब घर वाले मोबाइल नंबर में मैसेज को तलाशा तो वह मिल गया. खुशबू ने अहले सुबह पांच बज कर पांच मिनट पर उक्त मैसेज किया था. इसके पूर्व तक विशाल को इस बात की जानकारी नहीं थी कि खुशबू ने उसे भी मैसेज किया था.
खुशबू ने ही मनीष उर्फ मैडी को सबसे पहले फोन किया था. लेकिन इसकी जानकारी जब भाई विशाल को मिली तो वह उसे खोजने के लिए निकला और खुशबू वहां से तुरंत ही यूनिस के फ्लैट में चली आयी थी.
इस दौरान यूनिस सो गयी थी और खुशबू लगातार उसके मोबाइल से मनीष से बात करती रही. यूनिस के फोन में ऑटो रिकॉर्ड सिस्टम ऑन था. इसके कारण दोनों की बातें रिकॉर्ड हो गयी. रिकॉर्डिंग के मुताबिक मनीष व खुशबू के बीच काफी देर तक बहस हुई थी. डीएसपी विधि व्यवस्था डा राकेश कुमार ने बताया कि मनीष से पूछताछ के बाद कई अहम जानकारियां मिल सकती है. इसके लिए उसकी खोजबीन जारी है. अब तक जो साक्ष्य मिले हैं, उसमें प्रारंभिक चरण में मामला पूरी तरह आत्महत्या का है.
खुशबू ने ही फोन कर बुलाया था मनीष को
मनीष अब भी फरार
पुलिस ने मनीष को पकड़ने के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिला. पुलिस ने उसके बेऊर स्थित बहनोई के आवास पर भी मंगलवार की देर रात छापेमारी की थी. मनीष का मोबाइल फोन स्विच ऑफ है. पुलिस ने बुधवार शाम श्रम विभाग में काम करने वाले उसके पिता को पूछताछ के लिए थाना पर लाया है. साथ ही पुलिस खुशबू व मनीष के मोबाइल नंबर के छह माह का सीडीआर अब निकाल रही है.
भाई ने पुलिस के सामने उठाये कई सवाल
– उसकी बहन जब नीचे गिरी हुई मिली तो उसके आसपास खून के धब्बे नहीं थे. जबकि खून के निशान लिफ्ट व दीवार पर थे. यह कैसे हो सकता है कि जहां वह गिरी वहां खून क्यों नहीं थे?
– खुशबू के समीप ही एक कपड़े की रस्सी भी गिरी हुई थी? वह कहां से वहां आयी?
– बहन ने उसके मोबाइल फोन पर मैसेज भेजने के बजाये घर के मोबाइल नंबर पर मैसेज क्यों भेजा? जबकि वह जानती थी कि उसके पास दूसरा मोबाइल नंबर है?
– खुशबू के गिरने की आवाज सुन कर यूनिस तुरंत वहां कैसे आ गयी?
– उसने किसी एक अन्य छात्रा को भी फोन किया था, जो उसके घर हमेशा आती-जाती रही है? उसे फोन करने की क्या आवश्यकता पड़ी?
