तेजस्वी ने ट्वीट कर विपक्षी नेताओं पर साधा निशाना, JDU ने किया पलटवार, कहा- ””दंगाइयों को संरक्षण देते थे लालू जी””

पटना : आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक के बाद एक लगातार ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा. बिना नाम लिये सबसे पहले ट्वीट कर उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. फिर बीजेपी नेता सुशील मोदी और फिर उसके बाद जेडीयू नेता नीतीश कुमार पर निशाना साधा. इसके बाद जेडीयू नेता ने पलटवार किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2019 2:17 PM

पटना : आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक के बाद एक लगातार ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा. बिना नाम लिये सबसे पहले ट्वीट कर उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. फिर बीजेपी नेता सुशील मोदी और फिर उसके बाद जेडीयू नेता नीतीश कुमार पर निशाना साधा. इसके बाद जेडीयू नेता ने पलटवार किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बिना ट्वीट कर उन्होंने कहा कि ‘देश का लाखों करोड़ रुपया लूटा कर भगाने वाले और लूट कर भागने वाले एक ही ‘वर्ण और जात-बिरादरी’ के हैं. इन भगौड़े डकैतों और चोर-लुटेरों में एक भी दलित-पिछड़ा, आदिवासी और मुसलमान नहीं है, तो देश के महाचोर खानदानी ठग-लुटेरे किस डकैत जमात के हुए?

इसके बाद उन्होंने बीजेपी नेता सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि ‘सृजन चोर सुशील मोदी हार देख बौखला गये हैं. मानसिक दिवालियेपन की पराकाष्ठा लांघ कह रहे हैं. लालू जी संघ से मिले हुए हैं? अरे, लालू जी वो हैं, जिन्होंने संघियों की आंखों में उंगली डाल बिगड़ैल बलवाई संघियों की नाक में रस्सी पिरोई है. सृजन चोर जी, लालू जी ने संघ की घृणित नफरती राजनीति को बिहार में पांव पसारने नहीं दिया. आडवाणी जी को नकेल डाल उनकी उन्मादी यात्रा को रोका. 15 वर्ष में एक भी दंगा होने नहीं दिया!’

फिर उन्होंने जेडीयू नेता नीतीश कुमार को आड़े हाथ लेते हुए ट्वीट किया कि ‘नीतीश जी संघ की गोद में लेटे दूध पी रहे हैं. बिहार में संघ के असल जन्मदाता नीतीश जी हैं. संघियों ने पलटी मारने के छह महीने बाद इनको दूध पिलाना बंद किया, तो फिर लालू जी की शरण में आना चाहते थे. चाचा, कब तक अपने सहबाला सृजन चोर जैसी पंचर स्टेपनी के बूते अपनी रेंगती राजनीति को खींचेंगे?’

जेडीयू नेता अजय आलोक ने पलटवार करते हुए कहा हैकि ‘ट्विटर बबुआ, ये आपकी तरफ से ट्वीट करता कौन हैं ? हिंदी ठीक है, लेकिन ज्ञान आपके जैसा. आपके पिता के समय सीतामढ़ी दंगा, रीगा दंगा, माता जी के समय बिहारशरीफ दंगा, जो यादव और मुसलमान के बीच था और अनगिनत दलित नरसंहार आज तक बिहार नहीं भूला हैं, दंगाइयों को संरक्षण देते थे लालू जी.’