पटना : आतंकियों के फंडिंग की जांच एनआइए ने की शुरू

पटना : बिहार में एनआइए (नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी) ने आतंकी गतिविधियों के साथ ही टेरर फंडिंग या आतंकी संगठनों के लिए धन एकट्ठा करने के मामलों की जांच शुरू कर दी है. यह सूचना मिली है कि अरब देशों में काम करने वाले बिहार के कुछ लोग वहां से जो पैसे भेजते हैं, उसमें कुछ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 12, 2019 7:11 AM
पटना : बिहार में एनआइए (नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी) ने आतंकी गतिविधियों के साथ ही टेरर फंडिंग या आतंकी संगठनों के लिए धन एकट्ठा करने के मामलों की जांच शुरू कर दी है.
यह सूचना मिली है कि अरब देशों में काम करने वाले बिहार के कुछ लोग वहां से जो पैसे भेजते हैं, उसमें कुछ पैसा आतंकी संगठनों का भी होता है. उनकी भेजी गयी राशि में कुछ पैसा आतंकी संगठनों के पास घूमते हुए पहुंच रहा है. ये पैसे कर्ज लौटाने या मदद या दान के रूप में इन तक जा रहा है.
कुछ लोग अरब से आते हैं, तो अपने कमाये पैसे लेकर आते हैं. इनके लाये हुए पैसे में इनके कमाये हुए अपने पैसे के अलावा कुछ राशि प्रतिबंधित संगठनों की भी होती है. हालांकि इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं और न ही किसी की गिरफ्तारी ही हुई है.
परंतु एनआइए की विशेष टीम इससे जुड़े मामलों की गहन जांच करने में जुटी हुई है. बिहार के कुछ जिलों से अरब में जाकर कमाने वालों की संख्या ज्यादा है. वहां इस तरह के मामले ज्यादा होने की संभावना है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार से ये पैसे किसी एनजीओ या नेपाल के रास्ते पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों तक पहुंच रहे हैं.
ऑनलाइन लेन-देन की सीमा होने की वजह से कुछ मामलों में बड़े कैश नेपाल के रास्ते लाया जा रहा है.बिहार में टेरर फंडिंग का लिंक पहले भी : बिहार में पहले भी आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन (आइएम) और सिम्मी के लिए धन संग्रह करने के सबूत मिल चुके हैं. आइएम का पैसा हैंडलर या वेस्टर्न यूनियन के माध्यम से अरब से आता था. जबकि सिम्मी को कई स्थानों से जकात का पैसा मिलता था. इन मामलों में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. सिम्मी के लिए बिहार से पैसा उगाही करने के मामले में मुख्य आरोपी उजर अहमद की गिरफ्तारी रांची से हो चुकी है.

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