मोकामा : किसानों ने गंगा में दूध बहा डेयरी की मनमानी का किया विरोध

मोकामा : मोकामा के तपस्वी गंगा घाट पर गुरुवार को दूध बहाकर किसानों ने डेयरी की मनमानी का विरोध किया. इस दौरान किसानों करीब पांच से छह सौ लीटर दूध गंगा में बहा दिया. बताया जा रहा है कि डेयरी ने पर्याप्त दूध खरीदने से हाथ खड़ा कर दिया. इसको लेकर मोकामा व आसपास के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 15, 2019 9:26 AM
मोकामा : मोकामा के तपस्वी गंगा घाट पर गुरुवार को दूध बहाकर किसानों ने डेयरी की मनमानी का विरोध किया. इस दौरान किसानों करीब पांच से छह सौ लीटर दूध गंगा में बहा दिया.
बताया जा रहा है कि डेयरी ने पर्याप्त दूध खरीदने से हाथ खड़ा कर दिया. इसको लेकर मोकामा व आसपास के किसानों का प्रतिदिन हजारों लीटर दूध बर्बाद हो रहा है. वह मजबूरन औने-पौने दाम में दूध बेचने को मजबूर हैं. इससे दुग्ध उत्पादकों के बीच नाराजगी है. किसानों का कहना है कि यदि जल्द व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वृह्त आंदोलन चलाया जायेगा. एक ओर सरकार दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दे रही है. वहीं, दूसरी ओर निजी डेयरी किसानों का गला घोंट रहे हैं. इस मामले में मोलदियार टोला दुग्ध उत्पादक समिति के सदस्य ज्योति शंकर ने बताया कि डेयरी ने दिसंबर माह में दुग्ध उत्पादन के अनुसार दूध क्रय की सीमा निर्धारित कर दी है, जबकि जनवरी के बाद पशुओं को हरा चारा मिलने पर दुग्ध उत्पादन में डेढ़ गुणा बढ़ोतरी हो गयी है.
मोलदियार टोला निवासी विश्वनाथ सिंह ने बताया कि डेयरी द्वारा दूध क्रय की सीमा निर्धारित होने के बाद किसानों से सप्ताह में पांच दिन ही दुग्ध उत्पादक समिति दूध का क्रय करती है. हर एक किसानों का दो दिनों का दुग्ध उत्पादन बेकार हो रहा है. इससे किसानों के बीच आर्थिक संकट गहरा रहा है.
कंपनी गर्मी के मौसम में दूध आपूर्ति अनुपात में दुग्ध उत्पादक समिति से दूध क्रय कर रही है. दुग्ध उत्पादन समिति पर नियंत्रण के उद्देश्य से लक्ष्य निर्धारित किया गया है. हालांकि, किसानों को हो रही समस्या की पड़ताल कर उसमें सुधार कराया जायेगा. कंपनी के बड़े अिधकािरयों से बात कर समस्या का िनकाला जायेगा समाधान.
विजय राय, क्षेत्रीय प्रभारी सुधा डेयरी

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