पटना : एक नक्सली समेत 27 की संपत्ति होगी जब्त

2014 से अब तक तीन की संपत्ति हो चुकी है जब्त, छह पर चल रही कार्रवाई पिछले छह महीने के दौरान आर्थिक अपराध इकाई ने पीएमएलए के तहत कार्रवाई के लिए इडी को सौंपी सूची पटना : राज्य में बड़े नक्सली नेताओं और बड़े या संगठित अपराधियों की संपत्ति को जब्त करने की कवायद तेजी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2019 8:27 AM
2014 से अब तक तीन की संपत्ति हो चुकी है जब्त, छह पर चल रही कार्रवाई
पिछले छह महीने के दौरान आर्थिक अपराध इकाई ने पीएमएलए के तहत कार्रवाई के लिए इडी को सौंपी सूची
पटना : राज्य में बड़े नक्सली नेताओं और बड़े या संगठित अपराधियों की संपत्ति को जब्त करने की कवायद तेजी से चल रही है. पिछले चार साल में नौ नक्सली नेता या कमांडर की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव इडी को भेजा गया है. इसमें अब तक तीन की संपत्ति जब्त हुई है.
पिछले छह महीने के दौरान एक नक्सली नेता अरविंद यादव उर्फ अविनाशजी उर्फ नेताजी समेत 27 अपराधियों की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव इडी को सौंपा गया है, जिनकी जांच चल रही है.
अविनाशजी की एक करोड़ से ज्यादा (संपत्तियों का सरकारी मूल्य) की अवैध संपत्ति का ब्योरा आर्थिक अपराध इकाई ने इडी को सौंपी है. यह जमुई जिला के सोनो थाना के भेलवा मोहनपुर का रहने वाला है. अविनाशजी नक्सलियों के बिहार-झारखंड को-ऑर्डिनेशन कमेटी का कमांडर परवेश दा के बाद दूसरा नंबर का कमांडर है. इस सूची में कुख्यात अंतरराज्यीय बैंक लुटेरा माधव दास (गया के परैया थाना के पहरा निवासी), मुजफ्फरपुर कांड का मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर, दो शराब कारोबारियों के अलावा बड़ी संख्या में प्रमादी मिलर शामिल हैं.
कुछ ने अपने करीबियों के नाम पर लाखों जमा किया है : नक्सलियों की अवैध संपत्ति का पता लगाने में इडी को काफी परेशानी आ रही है. इस वजह से इनकी संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो गयी है.
किसी नक्सली और उसके पूरे परिवार के अलावा संबंधियों और उनकी संपत्ति का पता लगाने में काफी समय लग रहा है. ज्यादातर इनकी संपत्ति गाजियाबाद, नयी दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद समेत अन्य बड़े शहरों में है. कुछ ने कई कंपनियों में निवेश कर रखा है, तो कुछ ने अपने करीबियों के नाम पर लाखों जमा किया है.
इन नक्सलियों की भी संपत्ति होगी जब्त
डॉ. अरविंद यादव उर्फ अरविंद कुमार (पटना जिला के दिघा थाना के बाजितपुर मकदुमपुर का रहने वाला), रामायण राय (गोपालगंज जिला के बैकंठपुर थाना के बहरामपुर निवासी), मुसाफिर सहनी उर्फ आलोकजी (वैशाली के सदर थाना के काजीपुर निवासी), अभिजीत यादव उर्फ बनवारी यादव (पलामू जिला के छतरपुर के बंदडीह निवासी) और नक्सली कमांडर अनिल राम.
इनकी चल रही जांच
जितेंद्र नागर (हरियाणा) : शराब कारोबारी, संजय यादव (नवादा) : नौकरी के नाम ठगी, अंबिका प्रसाद सिंह (वैशाली) : प्रमादी मिलर, मो एकरामुल (सहरसा) : शराब कारोबारी, विरेंद्र प्रसाद बिंद (कैमूर) : भू-माफिया, संजीव कुमार यादव (नवगछिया) : हत्या, अपहरण, लेवी वसूली, अखिलेश यादव (नवगछिया) : हत्या, डकैती अन्य.
इसके अलावा राधे शर्म (नवादा), संजय कुमार (नवादा), धर्मचंद्र प्रसाद (नवादा),संजय कुमार (नवादा), बजरंग बली शाह (कैमूर), मनोज कुमार सिंह (कैमूर), अभय राय (कैमूर), प्रिंस सिंह (कैमूर), प्रमोद कुमार (कैमूर), चंदन सिंह (कैमूर), बिनोद कुमार सिंह (कैमूर),अजय कुमार (वैशाली), मनीष कुमार (औरंगाबाद), मोहन कुमार सिंह (औरंगाबाद), ललित प्रसाद (सुपौल), रवि राय (बक्सर) और रामाशीष राय (बक्सर): सभी मिलर.

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