पटना : पालतू जानवरों की किडनी पर पेन किलर का अटैक

पालतू कुत्ता और बिल्लीमें किडनी फेल्योर के मामलों में इजाफा पटना : पेन किलर और एंटीबायोटिक (रोग प्रतिरोधक) दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल के कारण कैनाइन पशुओं (कुत्ते) और अन्य छोटे पालतू पशुओं में भी इंसान की तरह किडनी फेल्योर के मामले सामने आने लगे हैं. जहां तक मादा डॉग की किडनी खराब होने का सवाल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 14, 2019 9:48 AM
पालतू कुत्ता और बिल्लीमें किडनी फेल्योर के मामलों में इजाफा
पटना : पेन किलर और एंटीबायोटिक (रोग प्रतिरोधक) दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल के कारण कैनाइन पशुओं (कुत्ते) और अन्य छोटे पालतू पशुओं में भी इंसान की तरह किडनी फेल्योर के मामले सामने आने लगे हैं. जहां तक मादा डॉग की किडनी खराब होने का सवाल है, उसकी वजह हैरत में डालने वाली है. दरअसल शहरी लोग इन्हें पालते जरूर हैं, लेकिन ये मादा डॉग गर्भधारण नहीं करतीं. सूत्रों के मुताबिक लंबे समय तक गर्भधारण नहीं करने वाली मादा डॉग की किडनी खराब हो रही है.
वेटनरी कॉलेज की ओपीडी रिपोर्ट के मुताबिक कैनाइन में किडनी खराब होने के केसों में इजाफा हुआ है. वर्ष 2016-17 में 50 से अधिक और वर्ष 2017-18 में सौ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. ये मामले पूरे राज्य से आ रहे हैं. मेडिकल कॉलेज में सफल डायलिसिस भी हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ कुत्तों में किडनी, पेशाब की नली और दूसरे अंगों में पथरी की मुसीबत बढ़ी है. हाल ही में एक कुत्ते से 340 ग्राम की पथरी निकाली गयी है. कुत्तों में डायबिटीज के केस भी सामने आये हैं.
किडनी खराब की वजहें
पशुओं में पानी की कमी
पेन किलर का अत्यधिक इस्तेमाल
खराब डायट, जैसे-फॉस्फोरस युक्त पदार्थों का अत्यधिक इस्तेमाल
मादा डॉग का गर्भधारण न करना आदि
हाइ अलर्ट : वायरल बुखार से परेशान हैं पटना के कुत्ते
पटना. वेटनरी कॉलेज में इन दिनों कैनाइंग डिस्टेम्पर और पार्बो वायरस का कहर टूटा हुआ है. इन दोनों से होने वाले बुखार घातक हैं. ओपीडी में आने वाले कुत्तों में से पचास फीसदी इसी से पीड़ित हैं. इस बुखार में डायरिया खासतौर पर खूनी दस्त की शिकायत होती है. ये दोनों बुखार हवा से फैलते हैं. लिहाजा इन पर नियंत्रण कठिन होता है.
इलाज की है पूरी सुविधा हां, कैनाइन (कुत्तों) में किडनी के मामले बढ़े हैं. इसकी कई वजहें हैं. हालांकि वेटनरी कॉलेज में इनकी जांच और डायलिसिस की पूरी सुविधा है. हमारे पास एक्सपर्ट चिकित्सक हैं.
डॉ एस सामंतराय, डीन वेटनरी कॉलेज, पटना

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