नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहता हूं पर अपमान सहकर नहीं : कुशवाहा

पटना : रालोसपा के अध्यक्षएवंकेंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को कहा कि वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनें, लेकिन वह पार्टी का अपमान सहन नहीं करेंगे. कुशवाहा ने कई ट्वीट करते हुए न्याय और सम्मान की मांग की. बहरहाल, उन्होंने सीटों की हिस्सेदारी के मुद्दे का जिक्र नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2018 5:14 PM

पटना : रालोसपा के अध्यक्षएवंकेंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को कहा कि वह चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनें, लेकिन वह पार्टी का अपमान सहन नहीं करेंगे. कुशवाहा ने कई ट्वीट करते हुए न्याय और सम्मान की मांग की. बहरहाल, उन्होंने सीटों की हिस्सेदारी के मुद्दे का जिक्र नहीं किया.

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार राजग में सीटों की हिस्सेदारी के मुद्दे के हल के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था. हाल ही में हुई एक घोषणा के अनुसार भाजपा और जदयू बिहार में बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. समझा जाता है कि इससे रालोसपा को मिलने वाली सीटें कम होंगी. राजग में शामिल रालोसपा ने 2014 में तीन सीटों पर जीत हासिल की थी.

कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘‘आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहता हूं, लेकिन अपमान सहकर नहीं.’ उन्होंने अपने विचार व्यक्त करने के लिए रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध कृति ‘‘रश्मिरथी’ की कुछ पंक्तियों को भी उद्धृत किया. बहरहाल, उन्होंने कुछ स्थानों पर मूल शब्दों को बदल दिया.

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, ‘‘दो न्याय अगर तो, ज्यादा दो. पर, इसमें यदि बाधा हो. तो दे दो केवल हमारा सम्मान, रखो अपनी धरती तमाम." मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री कुशवाहा ने इससे पहले शनिवार को मुंगेर में पार्टी के एक समारोह में मोदी से अपील की थी कि वह सीटों के तालमेल मुद्दे के हल के लिए हस्तक्षेप करें.

गौर हो कि सीट बंटवारे के फॉर्मूले से नाराज चल रहे कुशवाहा ने इससे पहले भी भाजपा और नीतीश कुमार को इस तरह की चेतावनी दे चुके हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में सम्मानजनक सीट बंटवारे के लिए भाजपा को 30 नवंबर तक की डेडलाइन दी है. उन्होंने तब कहा था कि अगर ऐसा नहीं होता है तो एनडीए के लिए ‘खतरनाक स्थिति’ पैदा हो जायेगी. बिहार में सीट बंटवारे के लिए एनडीए ने जो फॉर्मूला तय किया है उसके मुताबिक भाजपा को 17, जदयू को 17,लोजपा को चार और रालोसपा को दो सीटें मिलनी हैं.