तेजस्वी ने सरकार को घेरा, मोदी ने कहा किसी को नहीं बख्शा जायेगा

पटना : मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह में 29 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में आज विधानसभा में राजद ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, विरोध के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बालिका गृह मामले में सरकार कई लोगों को बचा रही है. इसमें […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2018 2:58 PM

पटना : मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह में 29 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में आज विधानसभा में राजद ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, विरोध के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बालिका गृह मामले में सरकार कई लोगों को बचा रही है. इसमें बड़े-बड़े लोग शामिल हैं. किसके नाक के नीचे ये काम चल रहा था, क्या सरकार को इसकी जानकारी नहीं है? सरकार की ओर से मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.

तेजस्वी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह में हुए घटना का आरोपी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का करीबी है. आरोपी मुख्यमंत्री के इलेक्शन कैम्पेन में भी रहता था. बालिका गृह का संरक्षक सत्ता के रसूख़दारों का बहुत क़रीबी है. सरकार इस मामले की लीपापोती कर रही है.

राबड़ी ने कहा- आरोपियों को बचा रही पुलिस

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस मामले में सरकार को आड़े हाथों लिया है. राबड़ी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में बच्चियों के साथ हुई घटना बिहार सरकार की नाकामी दिखाती है. बालिका गृह की लड़कियों की सप्लाई सत्ता के गलियारे में की जाती थी. इस मामले में जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है. अभी तक मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ा गया है. बिहार पुलिस की जांच से सच सामने नहीं आएगा. सीबीआई से मामले की जांच होनी चाहिए.

किसी को नहीं बख्शा जायेगा : सुशील मोदी

राजद के आरोप पर पलटवार करते हुए बिहार विधान परिषद में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद के लोग बेवजह हल्ला-हंगामा कर रहे हैं. उन्हें पता ही नहीं हैं कि इस मामले में सरकार क्या कर रही है. मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह यौन उत्पीड़न की घटना को लेकर सरकार गंभीर है. सरकार ने खुद जांच कराकर मामले का खुलासा किया है. मोदी ने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी. स्पीडी ट्रायल करा कर दोषियों को सजा दिलाई जाएगी. कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा. आरजेडी के रामचंद्र पूर्वे ने इस घटना को लेकर विधान परिषद में चर्चा की मांग की.

गौरतलब हो कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रह रही 29 किशोरियों से यौन शोषण हुआ था. मुंबई की टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की ‘कोशिश’ टीम की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यह मामला सामने आया था. करीब 100 पेज की सोशल ऑडिट रिपोर्ट को टीम ने 26 मई को बिहार सरकार, पटना और जिला प्रशासन को भेजा. इसके बाद बालिका गृह से 46 किशोरियों को 31 मई को मुक्त कराया गया. इनको पटना, मोकामा और मधुबनी के बालिका गृह में भेजा गया. बालिका गृह का संचालन कर रही एनजीओ के लोग बच्चियों के साथ रेप करते थे. इस कांड में नेताओं की भागीदारी की बात भी सामने आई थी. मामले में ब्रजेश ठाकुर, बालिका गृह की अधीक्षिका इंदू कुमारी समेत 10 लोगों को जेल भेजा जा चुका है.

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