महादलितों की सारी सुविधाएं अब SC-ST को भी मिलेंगी : नीतीश

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में दलित सेना द्वारा आयोजित बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कार्यक्रम में आमंत्रणके लिए आपलोगों को धन्यवाद देता हूं. बाबा साहब की जयंती पर मैं उनकी स्मृति को नमन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 14, 2018 10:52 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में दलित सेना द्वारा आयोजित बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कार्यक्रम में आमंत्रणके लिए आपलोगों को धन्यवाद देता हूं. बाबा साहब की जयंती पर मैं उनकी स्मृति को नमन करताहूं. अंबेडकर साहब की भूमिका को इस देश में कोई भुला नहीं सकताहै. देश के संचालनके लिए जो संविधान है, उसके रचयिता डॉ. भीमराव अंबेडकर ही थे. संविधान का प्रारुप स्वीकार करनेके लिए संविधान सभा में बहस के दौरान हरेक चीजों का जबाव बाबा साहब ने दिया. उसके बाद अंतत: संविधान लागू हुआ.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान द्वारा सबकाे बराबरी का हक प्राप्त हुआ. सदियों से हाशिए पर रहने वाले लोगोंको आरक्षण के द्वारा विशेष अवसर प्रदान किया गया ताकि मुख्यधारा में वे भी शामिल हाे सकें. पिछड़े, अतिपिछड़े, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति को जो आरक्षण मिलाहै, इस व्यवस्था को चाहकर भी कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकताहै. आपलोग इसके लिए निश्चिंत रहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कल लोग कुछ भी बोलते रहते है. सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलायी जाती है, अपशब्द बोले जातेहैं. समाज में कटुता, तनाव एवं टकराव का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रहीहै. हम समाज में प्रेम, शांति एवं सद्भाव का वातावरण कायम करना चाहते हैं. हमलोग बोलने में नहीं काम करने में विश्वास करतेहैं. हम छात्र जीवन में थे, जब 1967 में देशमें 9 राज्यों में गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी. लोहिया जी ने उस दौरान एक बात कही थी जो आज तक मुझे प्रभावित करतीहै. लोहिया जी ने कहा था कि जुबान से कम बोलो कुछ एेसा करो कि तुम्हारा काम बाेले.

नीतीश कुमार ने कहा, वर्ष 2005 के पहले लोगों की सेवा करने का जिनको मौका मिला था, उस समय ये लोग मेवा पाने में लगे हुए थे और आज सिर्फ जुबान चला रहेहैं. वंचित तबकों को गुमराह करने में लगे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वंचित तबकेके उत्थानके लिए कई काम किये गये हैं. बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि आपस में एकजुट रहो और शिक्षा पर जोर दो. हमलोगों ने बाबा साहब अंबेडकरके आदर्शों पर चलते हुए वंचित वर्गों को पढ़ने के लिए सहायता उपलब्ध करायी. 2005 में जब हमारी सरकार बनी थी, वर्ष 2005-06के आंकड़ेके अनुसार अनुसूचित जाति/जनजातिके छात्रोंके छात्रवृत्ति मद में 32 करोड़ 71 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करायी जाती थी, लेकिन अभी वर्तमानमें यह राशि 428 करोड़ रुपये हो गयीहै.

सीएम ने कहा, वर्ष 2005–06 में अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण विभाग का बजट 40 करोड़ 48 लाख रुपये का था, जो अब वर्तमान में 1550 करोड़ रुपये का हो गया है. मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि महादलितोंके लिए जो योजनाएं चलायी जा रही थी, उसका लाभ अब अनुसूचित जाति/जनजातिके सभी लोगों को मिलेगा. उन विकास योजनाओं का लाभ सभी अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग उठा पाएंगे, चाहे बास भूमि हो, दशरथ मांझी विकास योजना हो. अनुसूचित जाति/जनजातिके टोले में सामुदायिक भवन/वर्क शेड का निर्माण कराया जाएगा, इसके निर्माण के लिए प्रत्येक टोले में 23 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें चहारदीवारी सहित दो कमरा, स्टोर रुम के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध हाेंगी.

नीतीश कुमार ने कहा, हमलोगों की सरकार बननेके बाद बिहार पहला एेसा राज्य है, जहां कानून बनाकर अनुसूचित जाति/जनजाति को उनकी आबादी के अनुपात में, अति पिछड़े वर्ग को 20 प्रतिशत और महिलाओं को 50 प्रतिशत पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय चुनावों में आरक्षण दिया गया. चौकीदारों एवं दफादारों की पोशाक की राशि पहले प्रतिवर्ष 3000 रुपये थी, जिसे चौकीदार के लिए 7000 एवं दफादार के लिए 8000 रुपये कर दिया गयाहै. चौकीदार एवं दफादार अगर अपनी सेवानिवृत्ति के एक माह पहले यह आवेदन दे दें कि हम सेवा देने में अक्षमहैं तो उनकी जगह पर उनके आश्रित को नौकरी दी जायेगी. अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रवास में रहने वाले छात्रों को बीपीएल दर पर राशन उपलब्ध कराने के बिंदु पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान जी से विमर्श हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं को जो छात्रवृत्ति मिलती है, उसके अलावा राज्य सरकार कुछ अलग धनराशि की व्यवस्था करेगी ताकि वे पढ़ें और आगे बढ़ें.

मुख्यमंत्री न कहा कि न्याय के साथ विकास जारी रहेगा। समाज के हर तबके का विकास, हर इलाके का विकास होगा. जो समाज के हाशिए पर हैं, उनके लिए विशेष प्रयास किए जाते रहेंगे. करप्शन, क्राइम, कम्युनिलिजम से कोई समझौता नहीं किया जायेगा. मैं दलित सेना से अपील करुंगा कि समाज के हर स्तर पर प्रेम, शांति और सद्भाव का माहौल बनाने के लिए सजग रहें. राज्य में कानून का राज है और कायम रहेगा. न हम किसी को फंसातेहैं और न ही हम किसी को बचाते हैं. कानून अपना काम करेगा. आप सबलोग हर घर तक यह सही संदेश पहुंचाइये कि आरक्षण को कोई खत्म नहीं कर सकता. लोग पढ़ेंगे तभी आगे बढ़ेंगे और इसी से बाबा अंबंडकर साहब का सपना साकार होगा.

इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धा अर्पित की. मुख्यमंत्री का स्वागत प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंटकर की गई. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार माेदी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी, बिहार सरकार के मंत्री पशुपति कुमार पारस, मणिपुर सरकार में मंत्री करण श्याम जी, दलित सेना के अध्यक्ष एवं सांसद रामचंद्र पासवान, सांसद चिराग पासवान, सांसद जनक राम, सांसद जनाब महबूब अली कैसर, सांसद हरि मांझी, विधान पार्षद अशोक चौधरी, विधायक राजू तिवारी, विधायक रजक कुमार साह सहित दलित सेना के प्रतिनिधिगण एवं अन्य विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे.

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