लालू की सुरक्षा में कटौती के बाद राजनीति शुरू, तेजस्वी ने कहा- मेरे पिता की हत्या करने की साजिश

पटना : केंद्र सरकार ने राजद सुप्रीमो लालू यादव की सुरक्षा में लगे विशेष रूप से ट्रेंड एनएसजी कमांडों को हटा दिया है. अब सीआरपीएफ के डेढ़ से दो दर्जन जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. इसे लेकर आज बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 27, 2017 12:17 PM

पटना : केंद्र सरकार ने राजद सुप्रीमो लालू यादव की सुरक्षा में लगे विशेष रूप से ट्रेंड एनएसजी कमांडों को हटा दिया है. अब सीआरपीएफ के डेढ़ से दो दर्जन जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. इसे लेकर आज बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जमकर हंगामा हुआ. राजद के विधायकों ने इसे केंद्र सरकार की साजिश बताया वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह जान बूझकर किया गया है, मेरे पिता की हत्या भी हो सकती है, कोई भी अनहोनी होने पर इसके जिम्मेदार नरेंद्र मोदी होंगे. मेरे पिता का लोग मर्डर करवा सकते हैं. वहीं तेज प्रताप यादव ने कहा कि किसी भी घटना के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी. लालू की सुरक्षा हटाये जाने को लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि हमलोगों की सुरक्षा जनता करेगी और भगवान करेंगे. तेजस्वी यादव ने बिहार में चल रहे घोटालों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सुरक्षा हटाये जाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला.

इस मसले पर तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि लालू यादव हिट लिस्ट में हैं और मेरे पिता की हत्या भी हो सकती है. तेजस्वी ने कहा कि एनडीए के लोगों को सुरक्षा दी जा रही है लेकिन लालूजी की सुरक्षा हटायी जा रही है. उन्होंने कहा कि लालू जी सैकड़ों लोगों से घिरे रहते हैं और अगर उनको कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी भारत और राज्य सरकार की होगी. लालूजी जनता के नेता हैं और उन्हें कई बार नक्सल इलाकों में भी जाना होता है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं. बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है और भ्रष्टाचार तो अब चरम पर है. बिहार घोटाले के प्रदेश के रूप में उभर रहा है. नीतीश कुमार के एनडीए में जाने के बाद घोटालों की तो झड़ी लग गयी है.

केंद्र सरकार ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत आठ नेताओं की सुरक्षा में कटौती की है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी से जेड प्लस का सुरक्षा घेरा हटा दिया गया है. इनकी सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के सभी जवानों को हटा दिया गया है. अब उनके पास सिर्फ बिहार सरकार की तरफ से मुहैया करायी गयी सुरक्षा ही मौजूद रहेगी. इसके अलावा राजद प्रमुख लालू प्रसाद को अब जेड प्लस श्रेणी की जगह जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी. यानी पहले से लालू प्रसाद विशेष रूप से ट्रेंड जिस एनएसजी कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहते थे, उन्हें हटा दिया गया है. अब सीआरपीएफ के डेढ़ से दो दर्जन जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. हालांकि, अभी इसकी विधिवत सूचना राज्य सरकार को नहीं मिली है.

वहीं लालू की सुरक्षा हटाये जाने पर जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सजायाफ्ता को सुरक्षा क्यों मिले? वैसे भी लालूजी को तिहाड़ जेल जाना है वहां काफी सुरक्षा पहले से ही है. उन्होंने कहा कि लालूजी खुद को दबंग कहते हैं तो आज परेशान क्यों हैं. बेटा नेता के घर में घुसकर मारने की बात करता है और लालू जी डरते हैं. पहले मेहरबानी थी जो जेड प्लस सुरक्षा मिली थी. उधर, लालू की सुरक्षा कटौती पर आरजेडी की चेतावनी अगर लालूजी के साथ कोई अप्रिय घटना घटी तो हम किसी को छोड़ेंगे नहीं. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने केंद्र पर आरोप लगाया कि लालू परिवार को टारगेट किया जा रहा है और इस मुद्दे को सदन में उठाया जायेगा. आरजेडी विधायक ने एनडीए पर हमला करते हुए कहा कि उनके छूट भैय्ये नेताओं को भी बड़ी सुरक्षा दी जाती है और लालू के साथ कटौती यह कहां का इंसाफ है.

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