बिहार सृजन घोटाला मामला : अब एक आयकर अधिकारी के कार्यकाल की हो सकती है जांच

इस अधिकारी के कार्यकाल में हुई थी सृजन संस्थान में छापेमारी पटना : सृजन घोटाला मामले की जांच में कुछ बेहद अहम तथ्य सामने आये हैं. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है लेकिन इस तथ्य के सामने आने के बाद एक आयकर अधिकारी के कार्यकाल की भी जांच की जा सकती है. इस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 23, 2017 6:22 AM
इस अधिकारी के कार्यकाल में हुई थी सृजन संस्थान में छापेमारी
पटना : सृजन घोटाला मामले की जांच में कुछ बेहद अहम तथ्य सामने आये हैं. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है लेकिन इस तथ्य के सामने आने के बाद एक आयकर अधिकारी के कार्यकाल की भी जांच की जा सकती है. इस बात की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस आयकर अधिकारी के उस समय के क्रिया-कलापों की जांच होने के साथ-साथ उनसे प्रारंभिक स्तर की पूछताछ भी हो सकती है.
प्राप्त सूचना के अनुसार, करीब 10 साल पहले भागलपुर में वह अधिकारी पदस्थापित थे और उस दौरान सृजन संस्थान में आयकर की जोरदार छापेमारी हुई थी. इस छापेमारी में काफी बड़ी संख्या में फाइलें समेत अन्य दस्तावेज जब्त किये गये थे. इन जब्त तमाम दस्तावेजों का आकलन किया ही जा रहा था. इसी बीच आयकर कार्यालय में चोरी हो गयी. इस दौरान चोर कंप्यूटर समेत तमाम दस्तावेज भी उठा कर ले गये. इसमें सृजन के पास जब्त दस्तावेज भी शामिल थे.
इसके बाद से फिर सृजन संस्थान में किसी तरह का कोई सर्च आयकर विभाग की तरफ से नहीं किया गया. चोरी की इस घटना की बकायदा एफआईआर भागलपुर शहर के संबंधित थाना आदमपुर में दर्ज भी करायी गयी थी. इसके बाद जांच की गयी लेकिन एक भी दस्तावेज तक नहीं मिले थे.
इसके बाद से आयकर की कार्रवाई सृजन के खिलाफ नहीं हुई. सूत्र बताते हैं कि उस अधिकारी के कार्यकाल की इस पूरी गतिविधि की जांच हो सकती है. उस समय छापेमारी में सृजन के पास से क्या मिला और उस पर आगे की कार्रवाई क्या हुई या क्यों नहीं हुई, इन बातों की जांच हो सकती है. इसके अलावा सृजन से जुड़ी उस समय की कार्रवाई और अधिकारियों के साथ संबंध की भी जांच की जा सकती है.
आयकर ने आरबीआइ से की थी शिकायत
हालांकि बाद में जब सृजन बैंक की तरह घोषित हो गया. इसके बाद करीब तीन साल पहले वर्ष 2013-14 के दौरान आयकर विभाग ने सृजन सहकारी संस्थान के खिलाफ आरबीआइ (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) को लिखा था. विभागीय सूत्र बताते हैं कि आयकर ने आरबीआइ को यह लिखा था कि इस संस्थान से जुड़े सभी वित्तीय क्रिया-कलापों की जांच करानी चाहिए. इसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी की संभावना है. जांच में कई अहम बातें उजागर हो सकती है.
आयकर विभाग ने सृजन में जांच करने के लिए आरबीआइ को यह पत्र लिखा था, लेकिन इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई. इन पहलुओं पर भी सीबीआइ की जांच जा सकती है.

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