विकलांगों को पेंशन योजना का नहीं मिल रहा नियमित लाभ
पटना : जिले के सैकड़ों दिव्यांग सरकार की पेंशन सहित कई योजनाओं से वंचित हो जाते हैं, क्योंकि उनके पास इसका प्रमाण पत्र नहीं होता या फिर योजना से संबंधित जरूरी कागजात नहीं होते. दिव्यांगों की मानें तो प्रमाण पत्र बनवाने में उन्हें काफी परेशानी होती है. कई बार विभाग के कर्मचारी चक्कर कटाते हैं […]
पटना : जिले के सैकड़ों दिव्यांग सरकार की पेंशन सहित कई योजनाओं से वंचित हो जाते हैं, क्योंकि उनके पास इसका प्रमाण पत्र नहीं होता या फिर योजना से संबंधित जरूरी कागजात नहीं होते. दिव्यांगों की मानें तो प्रमाण पत्र बनवाने में उन्हें काफी परेशानी होती है. कई बार विभाग के कर्मचारी चक्कर कटाते हैं तो कई बार प्रमाण पत्र बनने को बाद सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए फॉर्म भरने को चक्कर लगाने पड़ते हैं.
कुछ दिव्यांग छात्र-छात्राएं अपनी शिकायत लेकर जिलाधिकारी के पास पहुंचे तो ऐसे की मामलों का पता चला. दिव्यांगों ने बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाली पेंशन के लिए कई छात्र-छात्राओं का आवेदन जमा भी नहीं हो रहा है, तो कई के पास पासबुक होने के बाद भी उनको पेंशन नहीं मिल रहा, क्योंकि इनका फॉर्म भी कोई अधिकारी नहीं ले रहा है. यह हाल सभी ब्लॉक का है. जिलाधिकारी के पास शिकायत करने पहुंचे अमित कुमार ने कहा कि फॉर्म भरने के बाद भी हम महीनों से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.
जिले के सैकड़ों दिव्यांगों को बिहार विकलांगता पेंशन योजना नसीब नहीं है. अधिकतर की राह में प्रमाणपत्र बाधा है. प्रमाणपत्र नहीं बनने से पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है और इसे बनवाने के लिए वे कार्यालय एवं अधिकारियों के पीछे महीनों भागते हैं. पीड़ितों की मानें तो वे दिव्यांग हैं, यह सभी को दिखता है, लेकिन अधिकारी फिर भी उनके प्रमाण पत्र को बनाने में देर करते हैं, क्योंकि यहां भी पैसे का खेल चलता है. प्रमाण पत्र बनाने के लिए पैसा देना पड़ता है. वरना उनके लिए बोर्ड नहीं बैठेगा और उनको प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा और जब प्रमाण पत्र नहीं बन पायेगा, तो सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पायेगा.
