जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल और PMCH, 23 दिसंबर से भारत के सबसे पुराने अस्पताल का कनेक्शन जानते हैं?

PMCH History: 99 साल पहले रॉयल टूर के सिलसिले में प्रिंस ऑफ वेल्स का पटना आगमन हुआ था. बिहार और ओडिशा के पहले मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम पर रखा गया था. ब्रिटिश राजा किंग जॉर्ज पंचम के पुत्र प्रिंस ऑफ वेल्स अक्टूबर 1921 से मार्च 1922 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप की यात्रा की थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2020 7:57 PM

PMCH History: बिहार के विभिन्न मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के जूनियर डॉक्टर बुधवार की सुबह से हड़ताल पर चले गये. इसके कारण पीएमसीएच समेत राज्यभर में मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल की पहले से आधिकारिक घोषणा नहीं की थी. हड़ताल से पीएमसीएच में इलाज के लिए मरीज के परिजन परेशान दिखे. क्या आपको पता है 23 दिसंबर की तारीख से पीएमसीएच का खास कनेक्शन क्या है? इसके लिए आपको 99 साल पीछे जाना होगा.

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जब प्रिंस ऑफ वेल्स बिहार की यात्रा पर आए

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 99 साल पहले रॉयल टूर पर प्रिंस ऑफ वेल्स पटना आए थे. बिहार और ओडिशा के पहले मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम पर रखा गया था. ब्रिटिश राजा किंग जॉर्ज पंचम के पुत्र प्रिंस ऑफ वेल्स ने अक्टूबर 1921 से मार्च 1922 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप की यात्रा की थी. उनके बिजी शिड्यूल में पटना भी था. ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक पटना के कमिश्नर घाट पर उतरने के बाद गांधी मैदान (उस समय बांकीपुर) में उनका भव्य स्वागत किया गया था.

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1925 में प्रिंस ऑ‍फ वेल्स कॉलेज की स्थापना

प्रिंस ऑफ वेल्स 23 दिसंबर 1921 की रात पटना यात्रा के बाद कोलकाता के लिए रवाना हो गए थे. कोलकाता में उन्होंने क्रिसमस के आयोजन में शिरकत की थी और विक्टोरिया मेमोरियल का उद्घाटन भी किया था. उनकी बिहार यात्रा के चार साल बाद बांकीपुर में 1925 में प्रिंस ऑफ वेल्स मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई थी. कॉलेज का नाम उनकी बिहार यात्रा की याद में रखा गया था. 23 दिसंबर को विदाई के बाद उनकी यात्रा यादों में हमेशा रही. भारत के आजाद होने के बाद कॉलेज का नाम पीएमसीएच कर दिया गया. आज यह ऐतिहासिक अस्पताल खबरों में रहता है, अच्छे नहीं बुरे कारणों से.

Posted : Abhishek.

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