नीतीश कुमार ने नौकरी घोटाले के आरोप में उलझे लालू यादव का किया बचाव, परिवार पर कार्रवाई की बताई ये वजह…

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी दिलाने वाले मामले में उलझे लालू यादव परिवार के पक्ष में बयान देते हुए इसे भाजपा की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि ये अचानक कार्रवाई इसलिए शुरू की गयी क्योंकि जदयू और राजद एक हो गये.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 8, 2022 12:39 PM

Land For Job Scam: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar)ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में फंसे लालू यादव (Lalu Yadav)व राबड़ी देवी (Rabri Devi) समेत उनके परिवार के अन्य सदस्यों का बचाव किया है. सीएम ने इसे भाजपा की साजिश बतायी है और राजनीतिक फेरबदल के बाद जानबूझकर की जा रही कार्रवाई कहा. सीएम नीतीश कुमार जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर उनके गांव गये जहां मीडिया से बातचीत के क्रम में उन्होंने ये बातें कही.

लालू परिवार पर कार्रवाई पर बोले नीतीश कुमार

सीएम नीतीश कुमार ने छपरा में मीडिया से बातचीत की. इस दौरान जब उनसे जमीन के बदले नौकरी घोटाले में उलझे लालू यादव व राबड़ी देवी समेत परिवार के अन्य सदस्यों के सवाल किये गये तो मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब केवल इसलिए हो रहा है क्योंकि अब जदयू और राजद एकसाथ सरकार में है.

केंद्र सरकार पर आरोप

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पांच साल पहले क्या हुआ था इसे याद करें. जब हम वापस उनके साथ गये तो देखा कुछ ऐसा है नहीं. अब जब हमलोग यानी राजद और जदयू साथ आए तो ये कार्रवाई शुरू की गयी. उनलोगों (केंद्र सरकार) का जो मन होता है वो करने लगते हैं.

Also Read: जदयू का विलय कांग्रेस में कराना चाहते थे प्रशांत किशोर, सीएम नीतीश कुमार ने PK को लेकर किये बड़े खुलासे
16 लोगों पर चार्जशीट

जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में फंसे लालू यादव, राबड़ी देवी व अन्य की मुश्किलें तब बढ़ी जब शुक्रवार को सीबीआई ने लालू, राबड़ी व मीसा भारती समेत 16 लोगों पर चार्जशीट कर दिया. नयी दिल्ली स्थित सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट में ये आरोप पत्र दाखिल किया गया है. शुक्रवार को ही सीबीआइ ने प्रेस रिलीज जारी करके ये जानकारी साझा की है.

सीबीआइ ने की पुष्टि

सीबीआइ ने कहा कि जांच के दौरान यह यही पाया गया है कि सेंट्रल रेलवे के जीएम और सीपीओ के द्वारा जिन भी लोगों को नौकरी रेलवे में दी गयी उनके नाम या उनके रिश्तेदारों के नाम से जमीन आरोपितों के नाम पर रजिस्ट्री कराई गई. सीबीआई ने जमीन की कीमत में हेराफेरी का भी दावा किया है. आवेदकों के कागजात में भी गड़बड़ी पाई गयी.

Published By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version