दो सगे भाइयों सहित तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार
Nawada news. वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भवानी बिगहा से तीन साइबर अपराधियों को साइबर पुलिस ने धर दबोचा है. पकड़े गये साइबर अपराधी भवानी बिगहा गांव के ही बताये जाते हैं.
फाइनेंस कंपनी से सस्ती दर पर लोन दिलाने के नाम पर करते थे ठगी वारिसलीगंज के भवानी बिगहा गांव में एक बगीचे में बैठकर कर रहे थे ठगी का धंधा मोबाइल, की-पैड व डाटाशीट सहित एटीएम कार्ड बरामद कैप्शन- गिरफ्तार साइबर अपराधी व प्रेसवार्ता करते पुलिस अधिकारी. प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भवानी बिगहा से तीन साइबर अपराधियों को साइबर पुलिस ने धर दबोचा है. पकड़े गये साइबर अपराधी भवानी बिगहा गांव के ही बताये जाते हैं. इन अपराधियों के पास से साइबर ठगी के कई डाटा शीट सहित दो स्मार्ट मोबाइल, एक की-पैड मोबाइल सहित एटीएम कार्ड बरामद किया गया है. साइबर पुलिस उपाधीक्षक प्रिया ज्योति ने बताया कि साइबर प्रतिबिंब पोर्टल पर दिख रहे नंबरों की आसूचना के आधार पर एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर साइबर पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में बनायी गयी एसआइटी ने भवानी बिगहा गांव स्थित मंदिर से कुछ ही दूरी पर एक बगीचे में छापेमारी की, जहां कुछ लोग साइबर ठगी का धंधा कर रहे थे. एसआइटी ने स्वाट दल के सहयोग से घेराबंदी का प्रयास किया, लेकिन पुलिस को देख साइबर ठग इधर-उधर भागने लगे. मौके से पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को खदेड़कर दबोच लिया. पकड़े गये सभी अपराधियों की पहचान भवानी बिगहा गांव निवासी अरुण कुमार के 21 वर्षीय बेटे राजीव कुमार, सिद्धेश्वर प्रसाद के 33 वर्षीय बेटे राजेश कुमार और 35 वर्षीय बेटे पिंटू कुमार के रूप में की गयी. राजेश और पिंटू सगे भाई बताये जाते हैं. साइबर अपराधियों के पास से एंड्रॉयड मोबाइल, की-पैड मोबाइल सहित एक एटीएम कार्ड बरामद किया गया है. प्रिया ज्योति ने बताया कि तीनों साइबर ठगों ने पूछताछ में बताया कि भोले-भाले लोगों को घनी फाइनेंस और बजाज फाइनेंस कंपनी से सस्ती दर पर लोन दिलाने का प्रलोभन ठग करते थे. बातों पर यकीन के बाद विभिन्न तरह की सर्विस चार्ज के नाम पर ठगी की जाती है. उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों से मिले साक्ष्य और अन्य तकनीक के आधार पर साइबर थाने में बीएनएस की विभिन्न धाराओं में साइबर थाना कांड संख्या 176/25 की तहत प्राथमिकी दर्ज कर तीनों न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. गौरतलब है कि वारिसलीगंज की विभिन्न गांव में साइबर अपराध एक कुटीर उद्योग के रूप ले रखा है. पिछले एक सप्ताह की अंदर साइबर पुलिस सहित थाना की पुलिस ने करीब एक दर्जन से ऊपर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर चुका है लेकिन इन कार्रवाई के बावजूद साइबर अपराध तथा अपराधिक मामले रुकने की बजाय बढ़ते जा रही है. अगर यकीन करे तो झारखंड का जामताड़ा भी वारिसलीगंज, काशीचक तथा पकरीबरावां के विभिन्न गांव में साइबर पाठशाला चलता है. साइबर पाठशाला में ट्रेंड की बाद साइबर अपरधियों ने स्थान बदल बदल कर साइबर अपराध जैसे गोरखधंधा संचालित करता है. अगर सरकार इन अपराधों पर कोई कठोर कदम नहीं उठाती तो एक दिन देशहित के लिए एक बड़ा अभिशाप हो जाएगा.
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