सूरज हत्याकांड में पांचों आरोपितों को भेजा गया जेल, रिमांड पर लेगी पुलिस
Nawada news. वारिसलीगंज से अपहृत सूरज हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों को वारिसलीगंज थाना कांड संख्या- 430/25 में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
साइबर ठगी के रुपये के लेनदेन को लेकर सूरज की गयी जान
गहन पूछताछ के लिए आरोपितों को पुलिस लेगी रिमांड परप्रतिनिधि, नवादा कार्यालय
वारिसलीगंज से अपहृत सूरज हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों को वारिसलीगंज थाना कांड संख्या- 430/25 में न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. एसपी अभिनव धीमान ने सोमवार को पुलिस कार्यालय में एक प्रेसवार्ता में बताया कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के फतहा गांव से एक 14 वर्षीय किशोर की धोखे से बुलाकर हत्या कर शव को थाना क्षेत्र के बाघीबरडीहा स्थित बालू डंपिंग में गाड़ दिया गय था. हत्या को अंजाम देने बाद सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एसपी ने बताया कि अपहरण के दिन ही सूरज की हत्या कर दी गयी थी. गया जी और पटना के बीच घूम-घूम कर मृतक सूरज के पिता से अपहर्ता फिरौती की मांग कर रहे थे. पूछताछ में साइबर ठगी के रुपसे के लेनदेन में 14 वर्षीय सूरज की हत्या करने का खुलासा हुआ है. ऐसे मृतक सूरज के विरुद्ध में भी साइबर थाने में 81/24 में एक मामले दर्ज है. ऐसे पूरे मामले के लिए हत्या आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय से मांग करेगी.पुलिस को छकाते रहे आरोपित
अपहृत सूरज के पिता के लिखित आवेदन पर एसपी द्वारा बनायी गयी एसआइटी ने त्वरित अनुसंधान शुरू कर दिया. संदेह और अन्य तकनीक की मदद से आरोपितों की पुलिस लगातार पीछा करती रही, लेकिन आरोपित लगातार जगह बदल रहे थे. जगह बदल कर फिरौती की डिमांड कर रहे थे. जगह बदलने के कारण पुलिस पकड़ में नहीं आ रहे थे. लगातार पीछा करने पर हरियाणा के फरीदाबाद से सभी आरोपितों को एक साथ धर दबोचा गया. जानकारी के अनुसार, हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी हत्यारे किऊल-गया ट्रेन से गया जी चले गये थे. मामला दर्ज कर पकरीबरावां एसडीपीओ के नेतृत्व में बनी एसआइटी अनुसंधान में आरोपितों को ट्रैक कर रही थी. आरोपित गया से रफीगंज गये. फिर पुनः गया जी वापस हो गये थे. फिर ट्रेन पकड़कर पटना पहुंच गये थे. इसके बाद रायबरेली के रास्ते लखनऊ पहुंच गये. बिहार पुलिस ने जब यूपी एसटीएफ को जानकारी दी, तो दोनों शिवम और कन्हैया फरीदाबाद के लिए निकल गये. उसके दूसरे दिन सूरज और सुमन एक साथ हरियाणा के फरीदाबाद के पन्ना जनपद पहुंच गये. लेकिन, इन आरोपितों का पीछा बिहार पुलिस और यूपी एसटीएफ लगातार करती रही. हरियाणा पुलिस के सहयोग से पन्ना जनपद में एक कमरे से पांचों को धर दबोचा गया. कानूनी प्रक्रिया के तहत पांचों आरोपितों को फरीदाबाद न्यायालय में उपस्थित कर ट्रांजिट रिमांड पर नवादा लाया गया. पुलिस पूछताछ में सभी आरोपितों ने साइबर ठगी के रुपये के लेनदेन की बात को लेकर हत्या को अंजाम देने की बात स्वीकार की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
