नवजात की मौत से गुस्साये परिजनों ने डॉक्टर को पीटा, विरोध में डॉक्टर व पीएचसी कर्मचारी हड़ताल पर

गोविंदपुर : प्रखंड के स्थानीय पीएचसी गोविंदपुर में बुधवार की रात एक नवजात की मौत हो गयी.बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर पर अनदेेेेखी का आरोप लगाते हुए पीएचसी में हंगामा किया. इसकी सूचना चिकित्सा प्रभारी डॉ आरएल चौधरी ने थाने को दी. थाना प्रभारी ज्योति पुंज ने सूचना मिलते ही पीएचसी पहुंच […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 19, 2019 1:56 AM

गोविंदपुर : प्रखंड के स्थानीय पीएचसी गोविंदपुर में बुधवार की रात एक नवजात की मौत हो गयी.बच्चे की मौत से गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर पर अनदेेेेखी का आरोप लगाते हुए पीएचसी में हंगामा किया. इसकी सूचना चिकित्सा प्रभारी डॉ आरएल चौधरी ने थाने को दी. थाना प्रभारी ज्योति पुंज ने सूचना मिलते ही पीएचसी पहुंच कर मामले को शांत कराया.

बताया जाता है कि गोविंदपुर बाजार के जयहेंद्र कुमार की पत्नी सोनी कुमारी को डिलिवरी के लिए बुधवार की शाम पीएचसी गोविंदपुर में भर्ती कराया गया था, जहां एएनएम मधु सिन्हा व निर्मला कुमारी के द्वारा इलाज किया जा रहा था. रात में 1:43 बजे नॉर्मल डिलिवरी से महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया. जन्म के समय बच्चा ठीक था, लेकिन कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ने लगी. यह देख एएनएम ने बताया कि बच्चे ने गंदा पानी पी लिया है.डॉक्टर को बुलाया गया.
कुछ देर बाद डॉ आरएल चौधरी ने आकर बच्चे को देखा और हालात बिगड़ते देख इलाज करने की जगह नवादा रेफर कर दिया.
मरीज के परिजनों का आरोप है कि रेफर करने के बाद एंबुलेंस सुविधा देने में चिकित्सा प्रभारी ने काफी देर की, तो वे बच्चे को निजी वाहन से नवादा ले गये, जहां चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. गुस्साये परिजन नवादा से लौट कर करीब तीन बजे पीएचसी पहुंचे व हंगामा करना शुरू कर दिया.
सोनी कुमारी के परिजनों का कहना है कि बच्चे को ऑक्सीजन और सूई लगा दी जाती, तो उसकी मौत नहीं होती. पीएचसी के डॉक्टर ने सूई व दवा देने की बजाय पुर्जा पर लिख दिया. रात में दुकान बंद रहने से दवा नहीं मिली. इसके कारण बच्चे की नवादा जाने के क्रम में मौत हो गयी.
यहां के चिकित्सक कभी भी मरीज को दवा नहीं देते हैं. इसके कारण हमेशा घटना होती रहती है. मृतक नवजात के परिजनों ने बच्चे की मौत का आरोप सीधा पीएचसी के डॉक्टरों पर लगाया है. डाॅक्टर द्वारा इलाज में की गयी लापरवाही की वजह से बच्चे की जान चली गयी. परिजनों ने उच्च पदाधिकारी द्वारा जांच कर दोषी डॉक्टर व एएनम के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
चिकित्सा प्रभारी डॉ आरएल चौधरी ने थाने में लिखित आवेदन देकर नवजात के परिजनों पर आवास से बुला कर मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. डॉ आरएल चौधरी ने कहा कि रात में तीन बजे रूम से बुलाकर उनके साथ मारपीट की गयी है. इसके विरोध में पीएचसी के सभी डॉक्टर व कर्मचारियों ने कार्रवाई नहीं होने तक हड़ताल पर रहने की बात कही.
प्राथमिकी दर्ज
थाना प्रभारी ज्योति पुंज ने बताया कि डॉ आरएल चौधरी द्वारा दिये गये आवेदन के अनुसार प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की बात कही.

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