सांसद के माफी मांगने के बाद हड़ताल समाप्त, सदर अस्पताल में लौटी रौनक

बिहारशरीफ : सांसद कौशलेंद्र कुमार द्वारा सदर अस्पताल के डीएस, चिकित्सकों व कर्मियों के समक्ष माफी मांगे जाने के बाद सोमवार से सभी चिकित्सक व कर्मी काम पर लौट गये हैं. बता दें कि बीते 31 अगस्त को जदयू के अस्थावां विधायक डॉ जितेंद्र कुमार द्वारा सिविल सर्जन डॉ परमानंद चौधरी व सदर अस्पताल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2019 2:33 AM

बिहारशरीफ : सांसद कौशलेंद्र कुमार द्वारा सदर अस्पताल के डीएस, चिकित्सकों व कर्मियों के समक्ष माफी मांगे जाने के बाद सोमवार से सभी चिकित्सक व कर्मी काम पर लौट गये हैं. बता दें कि बीते 31 अगस्त को जदयू के अस्थावां विधायक डॉ जितेंद्र कुमार द्वारा सिविल सर्जन डॉ परमानंद चौधरी व सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ पवन कुमार व डॉ अनिल कुमार के साथ दुर्व्यवहार के बाद अस्पताल के चिकित्सक व कर्मी हड़ताल पर चले गये थे.

हालांकि हड़ताल को समाप्त कराने के लिए तुरंत ही प्रशासनिक हलचल तेज हो गयी थी. शनिवार की रात्रि करीब दस बजे डीडीसी राकेश कुमार व सदर अनुमंडल पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद अग्रवाल सदर अस्पताल के हड़ताली चिकित्सकों व कर्मियों से बातचीत करने पहुंचे थे, लेकिन तब बात नहीं बन सकी थी. दोनों अधिकारी निराश होकर लौट गये थे. इसके बाद सोमवार को सांसद कौशलेंद्र कुमार खुद सदर अस्पताल पहुंचे.
अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ कृष्णा प्रसाद समेत अन्य चिकित्सकों व कर्मियों से वार्ता की. हालांकि चिकित्सक विधायक डॉ जितेंद्र द्वारा माफी मांगे जाने के बाद ही हड़ताल तोड़ने पर आमदा थे, लेकिन उपाधीक्षक डॉ कृष्णा ने इसमें हस्तक्षेप करते हुए चिकित्सकों से हड़ताल तोड़ने का अनुरोध किया. तब जाकर चिकित्सक व कर्मी अपने कामों पर लौट गये.
सदर अस्पताल में बने पुलिस पिकेट
बैठक के दौरान अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ कृष्णा ने सांसद को बताया कि यहां आये दिन अंत्यपरीक्षण विशेषकर इमरजेंसी कक्ष में इलाज कराने को लेकर कुछ शरारती तत्वों द्वारा चिकित्सकों व कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार व गाली गलौज किया जाता है. ऐसी स्थिति में चिकित्सकों व कर्मियों के जान पर बन आती है.
इसलिए अस्पताल में जल्द-से-जल्द पुलिस पिकेट बनाया जाये. मौके पर सांसद कौशलेंद्र ने भरोसा दिलाया कि वह इसके लिए जल्द एसपी नीलेश कुमार से बात करेंगे.
दो दिनों से बंद पड़े ओपीडी में लौटी रौनक
हड़ताल के बाद बीते दो दिनों से सदर अस्पताल के सभी ओपीडी बंद हो गये थे. कक्ष तो खुल रहे थे, लेकिन चिकित्सक ड्यूटी नहीं कर रहे थे. ऐसे में अस्पताल के पुरुष, महिला, दंत, आंख समेत अन्य ओपीडी में सन्नाटा
पसरा था. कमोबेश रजिस्ट्रेशन काउंटरों का भी यही हाल था. दवा वितरण काउंटर भी बंद था, लेकिन हड़ताल टूट जाने के बाद सदर अस्पताल में रौनक लौट आयी है.