जीविका से जुड़कर महिलाएं लिख रहीं आत्मनिर्भरता की गाथा : डीएम

Women are writing the story of self-reliance

By Prabhat Kumar | September 16, 2025 8:24 PM

मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

जीविका ने महिलाओं के लिए प्रगति और आत्मनिर्भरता का नया मार्ग प्रशस्त किया है. कल तक जो महिलाएं घूंघट की आड़ में रहती थीं, आज वे कंप्यूटर पर काम कर रही हैं, जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने मंगलवार को खबड़ा में आयोजित संगम संकुल स्तरीय संघ की आम सभा में कही. डीएम ने कहा कि इस सभा में जीविका से जुड़ी हजारों दीदियों की उपस्थिति ने इस बदलाव की तस्वीर को स्पष्ट किया. उन्होंने बताया कि संगम संकुल स्तरीय संघ से जुड़ी लगभग 7 हजार महिलाएं स्व-रोजगार कर रही हैं और प्रतिवर्ष 20 से 25 लाख रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित कर रही हैं. हाल ही में इस संगठन को आत्मनिर्भर संगठन अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया, जो जिले के लिए गर्व की बात है. डीएम ने जीविका समूहों में और अधिक पारदर्शिता लाने और उनके दायरे को बढ़ाने का निर्देश दिया, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो सकें. सरकार महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है़

शिक्षा और सामाजिक बदलाव की पहल

संगम संकुल स्तरीय संघ केवल आर्थिक मदद ही नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में भी काम कर रहा है. संघ से जुड़ी कई महिलाएं, जिन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी, अब फिर से शिक्षा ग्रहण कर रही हैं. इस वर्ष लगभग 200 महिलाओं को मैट्रिक और इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया गया है. संघ ने विद्या निधि की भी स्थापना की है, जिसके माध्यम से गरीब बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक मदद दी जाती है. इसके अलावा, दीदी अधिकार केंद्र घरेलू हिंसा और लैंगिक समानता जैसे मामलों को सुलझाने का काम करता है.

संगम संघ की उपलब्धियां

राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान :

आत्मनिर्भर संगठन अवार्ड 2022 और 2024 से सम्मानित

सदस्यों की संख्या :

674 स्वयं सहायता समूह (SHG) और 8,487 सदस्य जुड़े हैं

ऋण वितरण :

इस वित्तीय वर्ष में 44 ग्राम संगठनों को ₹2.22 करोड़ का ऋण दिया गया

सरकारी योजनाओं का लाभ :

1,736 महिलाओं को पेंशन और 2,302 सदस्यों को मनरेगा जॉब कार्ड मिले

स्वास्थ्य सेवा :

सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सहायता केंद्र खोला गया, जहां 20,000 मरीजों को मदद मिली. चमकी बुखार से बचाव हेतु 8,600 बच्चों का सर्वेक्षण भी किया गया.

रोजगार :

सदर अस्पताल में हाउसकीपिंग और लॉन्ड्री सेवा शुरू करके 166 महिलाओं को रोजगार मिला.फोटो, 37

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