बिहार में एक युवक के पेट में दिखें बच्चेदानी समेत ये अंग, सीटी स्कैन रिपोर्ट देख डॉक्टर भी हुए हैरान

Bihar News: मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पुरुष मरीज की सीटी स्कैन रिपोर्ट में यूट्रस (बच्चेदानी) और ओवरी दिखा दिए गए. यह मेडिकल लापरवाही का अनोखा मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

By Abhinandan Pandey | March 27, 2025 8:41 AM

Bihar News: बिहार के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SKMCH) में एक ऐसा मामला सामने आया. जिसने मेडिकल सिस्टम की बड़ी लापरवाही को उजागर कर दिया. एक पुरुष मरीज की सीटी स्कैन रिपोर्ट में महिला का अंग- यूट्रस (बच्चेदानी) दिखाया गया, जिससे मरीज और उसके परिजन हैरान रह गए. जैसे ही यह खबर फैली, रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और अस्पताल प्रशासन की भारी किरकिरी होने लगी.

कैसे हुई इतनी बड़ी गलती?

शहर के एक SKMCH में एस रंजन नाम के व्यक्ति ने पेट की परेशानी के चलते सीटी स्कैन करवाया था. जब उन्हें रिपोर्ट सौंपी गई, तो उसमें यूट्रस और ओवरी जैसे अंगों का जिक्र था. मरीज ने जब रिपोर्ट देखी, तो वह हैरान रह गया. गलती तब समझ आई जब पता चला कि स्कैन सेंटर ने एक महिला की रिपोर्ट पर पुरुष का नाम लिख दिया था.

सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक, स्वास्थ्य सेवाओं पर उठे सवाल

जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर पहुंची, लोगों ने इस पर चुटकुले बनाना शुरू कर दिया. किसी ने कहा, “अब पुरुष भी मां बनने का अनुभव कर सकते हैं!” तो किसी ने इसे बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की “अल्ट्रासाउंड तकनीक में नई क्रांति” करार दिया. हालांकि, यह घटना सिर्फ मजाक तक सीमित नहीं रही, बल्कि मेडिकल रिपोर्टिंग की गंभीर लापरवाही को उजागर कर गई.

पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले

मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में मेडिकल लापरवाही के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. कभी एक्स-रे में गलत रिपोर्टिंग होती है, तो कभी प्लास्टर की जगह कार्टन बांधने जैसे मामले सामने आते हैं. यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की सख्त जरूरत है.

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मरीजों के अधिकार और सुधार की जरूरत

इस घटना के बाद मरीजों के अधिकारों और मेडिकल रिपोर्टिंग की सटीकता पर सवाल उठने लगे हैं. अस्पताल प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मरीज की पहचान और रिपोर्टिंग में कोई गलती न हो. स्कैन सेंटर को भी सख्त नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की गलतियां न दोहराई जाएं. फिलहाल, अस्पताल प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.