सामूहिक दुष्कर्म मामले में जब्त सबूतों को एफएसएल में किया गया जमा
The seized evidence was deposited with the FSL
संवाददाता, मुजफ्फरपुर सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के एक दलित परिवार की किशोरी को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में जांच अधिकारी ने कार्रवाई तेज कर दी है. केस की आइओ रौशनी कुमारी ने जब्त किए गए प्रदर्शों (सबूतों) को विशेष कोर्ट (पॉक्सो एक्ट संख्या-तीन) के समक्ष पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में जमा कराने का आदेश दिया. कोर्ट के निर्देश पर आइओ ने प्रदर्शों को जमा करा दिया है. इस मामले में केस की आइओ ने पूर्व में एक आरोपित ढ़ीडा उर्फ मिंटु को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जेल भेजे गये आरोपित ने विशेष कोर्ट के समक्ष सामूहिक दुष्कर्म में शामिल सभी अन्य आरोपितों की पहचान उजागर की थी. पुलिस अब इन खुलासों के आधार पर बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. क्या था पूरा मामला? विदित हो कि सिकंदरपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी छठ घाट घूमकर अपने चचेरे भाइयों के साथ घर लौट रही थी़ इसी दौरान, बुलेट सवार दो आरोपितों ने किशोरी का मुंह दबाकर उसे अगवा कर लिया. आरोपित किशोरी को एक अर्धनिर्मित मकान में ले गए, जहां उसे कमरे में बंद कर दिया गया़ इसके बाद, नशीला पेय पदार्थ पिलाकर आरोपितों ने बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था.
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