मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन में चूहों ने काटा 10 हजार का सामान, DRM ने मेंटेनेंस करने वाली एजेंसी पर लगाया इतने हजार का जुर्माना

Muzaffarpur-Pune Special Train: मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. गाड़ी संख्या-05289 से सफर कर रहे यात्री का सामान चूहों ने काट दिया, इसके एवज में मेंटेनेंस करने वाली एजेंसी पर जुर्माना लगाया गया है.

By Paritosh Shahi | March 30, 2025 8:13 PM

Muzaffarpur-Pune Special Train: ट्रेन में सुबह के समय जब यात्री सो कर उठे तो बैग, जूता कपड़े को चूहा हर जगह से कुतर चुका था. कोई भी सामान उपयोग करने लायक नहीं बचा था. सफर कर रहे कुछ और यात्रियों के सामान को नुकसान पहुंचा था. मामला बीते 26 मार्च को गाड़ी संख्या-05289 मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन का है. जिसमें चूहा के प्रकोप यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गयी. यात्री शिवम गुप्ता ने रेल मंत्री के साथ रेलमदद व अधिकारियों को वीडियो और तस्वीर टैग कर शिकायत की. जिसमें यात्री ने चूहा के काटने से 10 हजार के नुकासान का दावा किया. मामला सामने आते ही छानबीन के बाद डीआरएम सोनपुर की ओर से तत्काल कार्रवाई करते हुए मेंटेनेंस करने वाली एजेंसी पर 2 हजार रुपए का जुर्माना लगाया. इसके साथ ही एजेंसी को हिदायत दी गयी. इसके साथ ही रास्ते में ही सफाइ को लेकर कोच की जांच करायी गयी.

मुजफ्फरपुर से खुलने वाली गाड़ी पर उठा सवाल

मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल मुजफ्फरपुर से खुलती है. ऐसे में गाड़ी खुलने से पहले इसके मेंटेनेंस को लेकर सवाल उठने लगा है. ट्रेन के यात्रियों ने नुकसान के बाद अधिकारियों से बात की. वहीं जो मैनेजर छानबीन करने पहुंचे, उन्हें कोच के भीतर और सीट के पास पहले से जमा गंदगी को दिखाया. बताया कि इन वजहों से रात भर चूहा के कारण यात्री परेशान थे.

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रेलवे में अन्य जगहों पर चूहों पर नियंत्रण के नियम

रेलवे कोच और यार्ड में कीटों और कुतरने वाले जानवरों जैसे चूहों के खतरे को नियंत्रित करने के लिए रेलवे विशेषज्ञ एजेंसियों की सेवाएं लेता है. ये एजेंसियां रेलवे रोलिंग स्टॉक, स्टेशन परिसर और आसपास के यार्ड में पेस्ट छिड़काव करके कीटों और चूहों की समस्या पर नियंत्रण रखती है. कीटों और चूहों की समस्या पर प्रभावशाली नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न तकनीक अपनायी जाती है, जैसे- गोंद बोर्ड, कुछ अप्रूव किए गए केमिकल और जाल आदि का इस्तेमाल किया जाता है. कीटनाशक छिड़काव के उद्देश्य से प्रत्येक ट्रेन के लिए एक शेड्यूल तैयार किया गया है.

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