नहाय-खाय की शुरू हुई खरीदारी, दुकानों में तांता
नहाय-खाय की शुरू हुई खरीदारी, दुकानों में तांता
:: नहाय-खाय के लिये सब्जी विक्रेताओं ने किया लौकी स्टॉक उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत 25 अक्टूबर से हो रही है. पहले दिन व्रती नहाय-खाय करेंगी. इसको लेकर शहर का बाजार तैयार हो चुका है. इस दिन लौकी की विशेष डिमांड रहती है. नहाय-खाय के दिन लौकी की बिक्री के लिये सब्जी विक्रेता बाजार में लौकी नहीं ला रहे हैं, बल्कि उसका स्टॉक किया जा रहा है़. शहर के नयी बाजार, घिरनी पोखर, कटही पुल और अखाड़ाघाट रोड के सब्जी मंडियों से बुधवार को लौकी गायब रही. 24 की सुबह से सब्जी बाजार में लौकी की ढेर लगेगी. बाजार से फिलहाल अगस्त्य का फूल भी गायब है. इसका उपयोग भी नहाय-खाय के व्यंजनों में किया जाता है. इस दिन घरों में अरवा चावल, चना दाल, मूंग का पापड़, घी से भोजन बनाये जाते हैं. इसकी खरीदारी शुरू हो गयी है़. भीड़ से बचने के लिये लोगों ने अभी से किराना दुकानों से खरीदारी शुरू कर दी है. दुकानों में खरीदारी के लिये ग्राहकों का तांता लगा रहा. छठ के लिये सरबती गेहूं की डिमांड छठ के प्रसाद के लिये बाजार में सरबती गेहूं की डिमांड बढ़ी है. बड़े दाने वाले साफ गेहूं दुकानदार हर साल छठ के मौके पर यूपी से मंगवाते हैं. इसमें जौ की मात्रा और गंदगी नहीं होती. छठ व्रतियां प्रसाद के लिये इस गेहूं की खरीदारी करती हैं. इस बार यह गेहूं अंडी गोला मार्केट में 38 रुपये किलो खूब बिक रहा है. शहर के बाजार में करीब एक सौ टन सरबती गेहूं मंगाया गया है. बुधवार को गेहूं की खरीदारी के लिये दुकानों में काफी भीड़ रही. परंपरा के अनुसार भाइ दूज के दिन गुरुवार को व्रती गेहूं धोकर सुखाएंगी. नहाय खाय के दिन इसे पिसवाया जायेगा. कृत्रिम घाट की भी हो रही खूब खरीदारी नदी घाट पानी में डूबे होने के कारण इस बार आश्रम घाट, सिकंदरपुर घाट और लकड़ीघाट पर छठ करने वाली अधिकतर व्रतियां घरों में ही छठ करेंगी. इस कारण बाजार में प्लास्टिक के बने कृत्रिम घाट की डिमांड बढ़ी हुई है. बाजार में यह 700 से 1500 रुपये तक उपलब्ध है. इन घाटों में एक से तीन व्रतियों तक के खड़े होने की जगह है. कई परिवार इस बार कृत्रिम घाट का ही सहारा ले रहे हैं. घरों के अहाते और छत पर इन घाटों के माध्यम से भगवान भास्कर को अर्घ दिया जायेगा. कृत्रिम घाट विक्रेता अंबिका ढंढारिया ने कहा कि इस बार हर साल की बिक्री के अनुसार यह घाट मंगवाया था, लेकिन इस बार इसकी डिमांड काफी है.
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