अतिक्रमण हटाने के बाद भी ”जस की तस” स्थिति, अभियान बेअसर

Even after removing encroachment

By Prabhat Kumar | November 26, 2025 10:03 PM

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर

शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और जाम से मुक्त करने के लिए डीएम के निर्देश पर पिछले शुक्रवार से (रविवार को छोड़कर) जिला और निगम प्रशासन की टीम लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रही है. इस दौरान सौ से अधिक अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया गया, लेकिन टीम के जाते ही स्थिति फिर जस की तस हो जा रही है.

स्थायी और फुटपाथी दुकानदारों ने नहीं मानी बात

अवैध कब्जा हटाने के बावजूद फुटपाथी दुकानदारों के साथ-साथ स्थायी दुकानदार भी अतिक्रमण खाली नहीं कर रहे हैं. ये दुकानदार अपनी दुकान से बाहर तीन से पांच फीट तक सामान सजाकर रखते हैं. सरैयागंज, कंपनीबाग और सदर अस्पताल रोड में पहले दिन तो अतिक्रमण हटा, लेकिन टीम के हटते ही सड़क पर फिर कब्जा हो गया.

यह है चौराहा का आलम

सरैयागंज चौराहे पर दो बड़ी गाड़ियों के एक साथ आने पर जाम लग जाता है.

चौराहे के चारों ओर तीन ऑटो का अवैध स्टैंड अब भी जारी है, जो जाम का सबसे बड़ा कारण है.

सरैयागंज नाका के कोने पर फुटपाथी दुकानें हैं, और पंकज मार्केट रोड पर सब्जी तथा अन्य स्थायी दुकानों का बाहर तक कब्जा है.

सरैयागंज टावर रोड पर मॉल के सामने सड़क पर अवैध पार्किंग और दुकानें सजी हैं.

मोतीझील में नगर थाने की दीवार से सटा ट्रांसफॉर्मर के नीचे भी दुकानें सजी हुई हैं.

पांच दिनों के अभियान का असर शून्य

बीते पांच दिनों से शहर के प्रमुख मार्गों, बैरिया गोलंबर और दादर तक अतिक्रमण खाली कराया गया. इस अभियान में जिला प्रशासन, नगर निगम, स्थानीय थाना और ट्रैफिक की टीम शामिल रही. बावजूद इसके, न तो अतिक्रमणकारी मानने को तैयार हैं और न ही ऑटो वाले सड़क से अवैध स्टैंड हटाने को तैयार हैं.

ऑटो चालकों पर कार्रवाई नहीं

चौक-चौराहों पर अवैध पड़ाव जारी है. विडंबना यह है कि चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से बाइक और कार का चालान तो काटा जा रहा है, लेकिन कैमरे के नीचे अवैध रूप से खड़े ऑटो चालकों पर कोई चालान नहीं होता है. प्रशासन के बार-बार प्रयास के बावजूद सड़क पर अतिक्रमण और अवैध स्टैंड का मुद्दा यातायात के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है.

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