सावन में बढ़ी फलों की खपत, प्रतिदिन बाजार समिति में दो करोड़ की बिक्री
सावन में बढ़ी फलों की खपत, प्रतिदिन बाजार समिति में दो करोड़ की बिक्री
फलाहार के लिये बढ़ी मांग, पहले से अधिक हो रही खपत
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
सावन में भक्तों के उपवास और फलाहार करने के कारण फलों की खपत बढ़ गयी है. इन दिनों बाजार समिति में करीब सवा दो करोड़ के फल रोज उतर रहे हैं. जिसमें सबसे अधिक मांग सेब की है. इसके अलावा केला, पपीता और आम की खपत भी बढ़ी हुई है. बाजार समिति में हिमाचल प्रदेश से रोज छह ट्रक सेब आ रहा है. एक गाड़ी में 21 टन सेब रहता है. खुदरा बाजार में इसकी कीमत करीब 21 लाख है. इसी तरह आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से दो ट्रक पपीता, यूपी से पांच ट्रक मालदह आम और आंध्र प्रदेश के अलावा हाजीपुर से पांच ट्रक केला आ रहा है. यहां से जिले के विभिन्न जगहों के व्यापारी फलों की खरीदारी कर रहे हैं. फल विक्रेताओं की माने तो सावन शुरू होने के साथ ही फलों की खपत डेढ़ गुनी हो गयी है. हमलोग पहले से अधिक फल मंगा रहे हैं. सावन में सोमवार को फलों की खपत होती है. इसके लिये बाजार समिति में गुरुवार से शनिवार को अधिक मात्रा में फल निकलते हैं. फल व्यापारी रोहित कुमार ने कहा कि रमजान में भी फलों की खपत में काफी तेजी थी. सावन खत्म होने के एक महीने तक फलों की खपत में थोड़ी कमी आयेगी, लेकिन आश्विन शुरू होने के पहले से ही फलों की खपत में तेजी आ जायेगी. वर्जन सावन में फलों की खपत बढ़ गयी है. पहले की अपेक्षा व्यापारी अधिक फल मंगा रहे हैं. इससे बाजार में अधिक चहल-पहल है. सुबह से दोपहर तक यहां से होलसेल कारोबारी फलों की खरीदारी कर रहे हैं. इस बार फल का बाजार अच्छा है. – पवन दूबे, महामंत्री, बाजार समिति व्यवसायी संघडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
