Bihar News: बिहार में नहीं कम हो रहे डेंगू मरीज, मुजफ्फरपुर में आंकड़ा पहुंचा 100 के पार
Bihar News: मुजफ्फरपुर में अब तक डेंगू के कुल 103 मरीज मिल चुके हैं, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 77 था. राहत की बात यह है कि चिकनगुनिया और मलेरिया के एक भी मरीज सामने नहीं आये हैं. वहीं रविवार को डेंगू का नया केस दर्ज नहीं हुआ.
Bihar News: मुजफ्फरपुर. बिहार में ठंड बढ़ने के बावजूद डेंगू मरीजों की संख्या में किसी प्रकार की कमी नहीं आ रही है. एक ओर जहां डेंगू मरीज की संख्या कम नहीं हो रही है, वहीं दूसरी ओर सर्दी–खांसी, निमोनिया और डायरिया से पीड़ित बच्चों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में काफी बढ़ गई है. अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना करीब दो सौ मरीज अधिक पहुंच रहे हैं. मुजफ्फरपुर जिले में ठंड बढ़ने के बावजूद डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. अब तक डेंगू के कुल 103 मरीज मिल चुके हैं, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 77 था. राहत की बात यह है कि चिकनगुनिया और मलेरिया के एक भी मरीज सामने नहीं आये हैं. वहीं रविवार को डेंगू का नया केस दर्ज नहीं हुआ.
नये मरीजों का मिलना जारी
स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित इलाकों में निगरानी तेज कर दी है. इसके बावजूद नए मरीज मिल रहे हैं. जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को सफाई रखने और मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दे रही हैं. जहां-जहां डेंगू के मरीज मिले हैं, वहां टीम लगातार सर्वे कर रही है. बुखार या डेंगू के लक्षण दिखने पर मरीजों को जांच के लिए एसकेएमसीएच भेजा जा रहा है. सैंपलिंग की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है. शहरी क्षेत्रों में नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें हाई-रिस्क इलाकों में फॉगिंग करा रही हैं. पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक डेंगू को लेकर अलर्ट जारी है. सभी जगह वार्ड व्यवस्थित कर दिये गये हैं. पीएचसी में डेंगू जांच किट उपलब्ध करा दी गई है. विभाग ने निर्देश दिया है कि संदिग्ध मरीजों की तुरंत जांच की जाए.
ठंड बढ़ते ही ओपीडी में उमड़ी मरीजों की भीड़
ठंड बढ़ने के साथ सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर दिख रहा है. सर्दी–खांसी, निमोनिया और डायरिया से पीड़ित बच्चों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में काफी बढ़ गई है. अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना करीब दो सौ मरीज अधिक पहुंच रहे हैं. एमसीएच के शिशु ओपीडी में प्रतिदिन 10 से 12 बच्चे निमोनिया और डायरिया के लक्षणों के साथ पहुंच रहे हैं. जांच के बाद गंभीर मरीजों को वार्ड में भर्ती किया जा रहा है. फिलहाल अस्पताल में 13 बच्चे भर्ती हैं. इनमें चार बच्चे निमोनिया से जूझ रहे हैं, जबकि बाकी बच्चों में डायरिया और ठंड से जुड़ी बीमारियां पाई गई हैं.
बच्चों में निमोनिया–डायरिया के मामले बढ़े
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. चिन्मयी शर्मा ने बताया कि ठंड में छोटे बच्चों पर संक्रमण का असर अधिक होता है. इस मौसम में निमोनिया और डायरिया के मामले तेजी से बढ़ते हैं. उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि बच्चे को गर्म कपड़े पहनाएं, सिर और कान ढंककर रखें. ठंड लगने या सांस लेने में परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं. डॉ. शर्मा ने बताया कि एसएनसीयू वार्ड में भी निमोनिया के अधिक बच्चे भर्ती हैं. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार सभी मरीजों का समुचित इलाज किया जा रहा है.
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