ऑपरेशन सिंदूर तो केवल झांकी है, अभी हल्दी-मेहंदी बाकी है… बिहार पहुंचे बागेश्वर बाबा ने भरी हुंकार

Dhirendra Krishna Shastri: बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर में आयोजित हनुमंत कथा के दौरान पाकिस्तान, धर्म और हिंदू राष्ट्र को लेकर तीखे बयान दिए. उन्होंने कहा कि अब भारत 2025 वाला है, जो दुश्मनों को घर में घुसकर जवाब देता है. शास्त्री के भाषण और दिव्य दरबार में भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे.

By Abhinandan Pandey | May 21, 2025 12:39 PM

Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री मंगलवार को बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंचे और अपने तीखे व राष्ट्रवादी भाषण से एक बार फिर चर्चा में आ गए. पताही के चौसिमा मैदान में आयोजित 9 दिवसीय विष्णु महायज्ञ के अवसर पर उन्होंने हनुमंत कथा का आयोजन किया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.

धीरेंद्र शास्त्री मंच पर करीब पांच घंटे की देरी से पहुंचे. मंच पर आते ही उन्होंने कहा, “बिहार में का बा! देर से आने पर जो शाम 5 बजे से हमें गाली दे रहे हैं, उन पगलों की जय हो.” इसके बाद उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा, “मुजफ्फरपुर के पागलों, अगर तुम हमारा साथ दो तो हम इस देश को हिंदू राष्ट्र बना देंगे. हरि-उल्लाह वालों की ठठरी बांध दी जाएगी.”

”हमने पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा है”

अपने संबोधन में शास्त्री ने हाल ही में पहलगाम में धर्म के आधार पर हुई हिंसा की ओर इशारा करते हुए कहा, “धर्म पूछकर मारा गया, पाकिस्तान ने फिर से अपना असली चेहरा दिखा दिया. लेकिन ये पुराना भारत नहीं है, ये 2025 वाला भारत है. हमने पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा है. ऑपरेशन सिंदूर तो केवल झांकी है, अभी हल्दी-मेहंदी बाकी है.”

उन्होंने पाकिस्तान और चीन दोनों पर कटाक्ष किया. कहा, “पाकिस्तान पगला गया है. हम चीन के चार्जर पर भरोसा नहीं करते, वो मिसाइल पर भरोसा करता है. हमारी बेटियों ने भी घर में घुसकर मारा है, अब बेटों से भिड़ेगा तो क्या होगा?”

जातीय जनगणना पर बयान

जातीय जनगणना पर शास्त्री ने कहा, “हमें जातीय जनगणना चाहिए, लेकिन उससे भी जरूरी है अमीर-गरीब की गणना. ताकि असली जरूरतमंदों को मदद मिल सके.” उन्होंने कहा, “कंधे से ऊंची छाती नहीं होती और धर्म से बड़ी कोई जाति नहीं होती.”

दिव्य दरबार में लगा भक्तों का तांता

कथा के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार भी लगाया. लोगों से पूछा गया कि सामूहिक अर्जी ली जाए या दरबार लगाया जाए. भक्तों के आग्रह पर दिव्य दरबार लगाया गया, जिसमें शिवम, विजय और दो महिलाओं की अर्जी पर सुनवाई की गई.

कड़ी सुरक्षा और व्यापक व्यवस्था

धीरेंद्र शास्त्री के आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. यज्ञ स्थल के चारों ओर चार विशेष पार्किंग जोन बनाए गए थे. मोतिहारी, सीवान, बेतिया, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, पटना, दरभंगा व अन्य जिलों से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए गए. आयोजकों के अनुसार, इस महायज्ञ में 2 से 3 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. श्रद्धालुओं के ठहराव, जलपान और पार्किंग की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन व स्वयंसेवकों के सहयोग से की गई है.

रात्रि विश्राम के बाद प्रस्थान

हनुमंत कथा के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने एक निजी होटल में रात्रि विश्राम किया. बुधवार सुबह 8 बजे वे मुजफ्फरपुर से रवाना होंगे. धीरेंद्र शास्त्री की यह यात्रा धार्मिक आयोजन के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक संदेशों से भी भरपूर रही, जिसने एक बार फिर उन्हें सुर्खियों में ला दिया है.

Also Read: बिहार में 12 IAS और 6 IPS अधिकारियों का तबादला, UPSC टॉपर शुभम को भागलपुर में मिली बड़ी जिम्मेदारी