फर्जी ड्रेसर बनकर इमरजेंसी में बैठा था निजी अस्पताल का कर्मी, मरीज से मांगी 300 रुपये की रिश्वत
A private hospital employee posing
संवाददाता मुजफ्फरपुर गायघाट थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में आपसी विवाद के दौरान बुधवार की दोपहर पड़ोसी ने पप्पू कुमार और उनके परिवार पर हमला कर दिया. इस हमले में पप्पू कुमार को सिर में चोट आई उनके भाई दिनेश कुमार का सिर बुरी तरह फट गया और उनकी पत्नी का हाथ टूट गया था. तीनों घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाया गया.जानकारी के अनुसार, इमरजेंसी वार्ड के ड्रेसिंग रूम में इलाज के दौरान वहां मौजूद एक ड्रेसर ने दिनेश कुमार के सिर में टांका लगाने और धागा देने के एवज में 300 की रिश्वत की मांग की. इस पर पप्पू कुमार ने आपत्ति जताई और सीधे अस्पताल अधीक्षक से इसकी शिकायत करने पहुंचे .शिकायत मिलते ही एसकेएमसीएच अधीक्षक ने अस्पताल मैनेजर को जांच का निर्देश दिया. अस्पताल मैनेजर संजय साह गार्ड और पीउन के साथ तुरंत इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. वहां पहुंचते ही पता चला कि आस पास के निजी अस्पताल के कर्मी ड्रेसर बन कर इमरजेंसी में बैठें रहते है जैसे ही कार्रवाई की भनक लगी, वहा से दाे व्यक्ति मौके से भाग निकला. गार्ड ने पीछा किया, लेकिन वह भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गया.अस्पताल मैनेजर संजय साह ने बताया कि फर्जी ड्रेसर की पहचान की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पहचान होने के बाद उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.इधर मरीज के परिजनों का कहना है कि एसकेएमसीएच में इस तरह की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं. मरीजों से अतिरिक्त पैसे की मांग करना अब आम बात हो गई है. उपाधीक्षक सतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और अस्पताल परिसर में निगरानी व्यवस्था को और सख्त किया जाएगा.
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