ट्रैफिक सुधार को लेकर सिटी एसपी से मिला प्रतिनिधि मंडल
A delegation met the City SP regarding traffic improvement.
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर मोटर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में ऑटो संघ के प्रतिनिधि मंडल ने सिटी एसपी से ट्रैफिक सुधार को लेकर भेंट की. प्रदेश अध्यक्ष मोटर फेडरेशन बिहार अध्यक्ष ए आर अन्नू एवं महासचिव मोहम्मद इलियास ईलू के के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी एसपी) से उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में मिला और जिसमें शहरी क्षेत्र में लगातार फंस रहे जाम और इसमें सुधार को लेकर चर्चा की गयी. शहरी क्षेत्र में रूट से गाड़ियों का परिचालन करने की बात कही गयी. वहीं जीरोमाइल चौराहे, भगवानपुर सहित सभी चौक चौराहों के जाम को कैसे सुधारा जाये इस पर चर्चा हुई. जीरोमाइल से परिचालित होने वाले चारों मार्ग के टेम्पो एवं ई रिक्शा चालकों को क्या क्या कठिनाई है इस पर चर्चा हुई और वहां कि विधि व्यवस्था को कैसे सुधारा जाये. प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा ताकि जाम समाप्त हो. वहीं ऑटो व ई-रिक्शा पर हो रहे फाइन पर रोक लगाने की मांग की. सिटी एसपी ने कहा कि वह यातायात व्यवस्था को लेकर संगठन के लोगों के साथ यातायात पर बैठक करेंगे. प्रतिनिधि मंडल में ऑटो संघ के अध्यक्ष एआर अन्नु व महासचिव मो इलियास इलु शामिल थे. ऑटो व अतिक्रमण जाम का प्रमुख कारण आये दिन रोज जाम की समस्या से जूझ रहे हैं, इसका एक प्रमुख कारण अनियंत्रित ऑटो का परिचालन और अतिक्रमण है. शहर का कोई ऐसा चौक चौराहा नहीं है जहां रेड लाइट है और नहीं है. ठीक चौराहे व तीराहे पर ऑटो की अवैध पार्किंग ना हो. रेडलाइट मोड़ पर लेफ्ट कट को फ्री किया गया, लेकिन ऑटो के कारण वह जाम रहता है. ट्रैफिक के कैमरे से केवल हेलमेट और सीट बेल्ट का चालान कटता है. लेकिन उसी लाइट के नीचे अवैध रूप से खड़े ऑटो का चालान नहीं कटता, अगर कटता तो सभी चौक चौराहों से ऑटो की अवैध पार्किंग हट जाती. इसके अलावा शहर के सभी रूट में अब ऑटो का बेहतरतीब तरीके से चल रहे हैं, गली मोहल्ले से लेकर मुख्य सड़क व बाजार में इनकी भीड़ रहती है. इस पर नियंत्रण बहुत जरूरी है. करोड़ों रुपये की लागत से बने ओवरब्रिज ऑटो स्टैंड बन चुके हैं. हाल ही में राज्य परिवहन आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश जारी किया था कि चौक चौराहों से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर ऑटो रूकने चाहिए, लेकिन इस निर्देश का भी कोई पालन होता नहीं दिख रहा है. इससे जो थोड़ी बहुत कसर रह जाती है उसे अतिक्रमणकारी पूरा कर देते हैं. इसमें स्थायी दुकानदार से लेकर फुटपाथी दुकानदार सभी शामिल हैं. सड़क से पीछे के बजाये सड़क पर ही दुकान सजाते है. बड़े बड़े दुकान व मॉल के सामने सड़क पर पूरी पार्किंग होती है.
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