शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल के 642 कैदियों को मिला 1.39 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक

642 prisoners received remuneration of Rs 1.39 crore

By Premanshu Shekhar | September 30, 2025 8:41 PM

संवाददाता, मुजफ्फरपुर शहीद खुदीराम बोस, केंद्रीय कारा, मुजफ्फरपुर में बंद 642 सश्रम सजायाफ्ता कैदियों को बड़ी राहत मिली है. इन कैदियों ने जेल के भीतर जो काम किया था, उसके बदले उन्हें कुल एक करोड़ 39 लाख 50 हजार 360 रुपये का पारिश्रमिक उनके बैंक खातों में जमा कर दिया गया है. यह राशि दिसंबर 2024 से अप्रैल 2025 तक की अवधि के लिए है. जेल अधीक्षक ने बताया कि यह भुगतान दुर्गा पूजा के शुभ अवसर को ध्यान में रखते हुए किया गया है, ताकि इन कैदियों के परिवारों का भरण-पोषण हो सके. पारिश्रमिक पाने वाले कैदियों में रामप्रवेश साह, राज कुमार यादव, संजय ठाकुर, विनोद साह, जानार्धन सिंह, प्रमोद कुमार पूर्वे, लखौरी राय, अतिश कुमार यादव, मो. हीरा, मो. इस्तेयाक, रामकांत सिंह, मो. गुलजार, राजीव कुमार सिंह, अजित कुमार साह, संजीत पंडित, रोहित कुमार, मोनू कुमार, दीपक कुमार, राहुल कुमार सिंह, नित्यानंद राय, गजेन्द्र पासवान, मो. नौशाद आदि सहित कुल 642 बंदी शामिल हैं. इन सभी कैदियों को सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार चार श्रेणियों में बांटा गया है: कुशल, अर्द्ध कुशल, अकुशल, और अकुशल (04 घंटे कार्य करने वाले). इन्हें क्रमशः 397, 309, 294 एवं 147 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया गया है. अपराध पीड़ितों के लिए भी राशि जमा पारिश्रमिक के भुगतान के साथ ही, कैदियों की कमाई से अपराध से पीड़ित परिवारों को भुगतान करने हेतु नियमानुसार एक तिहाई राशि की कटौती भी की गई है. कटौती की गई कुल राशि 67 लाख 40 हजार 787 रुपये हैं. इस राशि को जिला अपराध पीड़ित कल्याण न्यास समिति के खाते में जमा कर दिया गया है. न्यास समिति की बैठक में अनुशंसा मिलने के बाद, यह राशि अपराध से पीड़ित परिवारों के उत्तराधिकारियों के पुनर्वास हेतु उनके बैंक खातों में भुगतान की जाएगी. यह पहल न केवल कैदियों को श्रम के बदले सम्मानजनक आय सुनिश्चित करती है, बल्कि अपराध पीड़ितों के प्रति सामाजिक दायित्व को भी पूरा करती है.

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