40,495 पंजीकृत श्रमिकों को मिली ₹20.24 करोड़ की मदद

40,495 पंजीकृत श्रमिकों को मिली ₹20.24 करोड़ की मदद

By Prabhat Kumar | September 18, 2025 7:44 PM

डीएम ने कहा-पहल से श्रमिकों के परिवारों की बुनियादी जरूरतें पूरी होंगी

मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

जिले में 40,495 पंजीकृत श्रमिकों को ₹5000 प्रति श्रमिक की दर से कुल ₹20,24,75,000 (बीस करोड़ चौबीस लाख पचहत्तर हजार) की राशि सीधे उनके खातों में ट्रांसफर की गयी. यह राशि ””बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड”” के माध्यम से दी गयी, जिसका उद्देश्य श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है. डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि यह पहल श्रमिकों के परिवारों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी और उन्हें आत्म-सम्मान के साथ जीने का मौका देगी.

प्रतिज्ञा योजना”” वेब पोर्टल लांच

प्रशिक्षित युवाओं के लिए एक नया वेब पोर्टल भी लॉन्च किया़ इस योजना के तहत, प्रशिक्षित युवाओं को एमएसएमइ सार्वजनिक उपक्रमों व सरकारी संस्थानों में इंटर्नशिप और रोजगार के लिए आर्थिक सहायता और अवसर दिए जायेंगे. इस पहल का मकसद युवाओं को व्यावहारिक अनुभव देना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और उनके लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना है. यह योजना युवाओं को केवल प्रशिक्षण ही नहीं देगी, बल्कि उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता की राह पर भी आगे बढ़ायेगी.

श्रमिकों के निबंधन और योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर जोर

डीएम ने श्रम अधीक्षक को निर्देश दिया कि वे अधिक से अधिक श्रमिकों का निबंधन करें और उन्हें सरकार की 16 प्रकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिलाएं. उन्होंने प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें होर्डिंग, फ्लेक्स व नुक्कड़-नाटक का उपयोग करने को कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को निबंधन प्रक्रिया व योजनाओं की जानकारी मिल सके. वर्तमान में मुजफ्फरपुर में 1,58,751 श्रमिक पंजीकृत हैं. वस्त्र सहायता योजना का लाभ उन श्रमिकों को दिया जाता है जिनकी सदस्यता कम से कम एक वर्ष पूरी हो चुकी हो. इसी आधार पर, जिले के 40,449 श्रमिकों को इस योजना का लाभ मिलेगा. श्रम विभाग वर्तमान में कुल 16 प्रकार की कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रहा है.

योजना के अंतर्गत आते हैं ये श्रमिक

भवन एवं सड़क निर्माण कार्य में संलग्न अकुशल कामगार

राजमिस्त्री एवं उनके सहायक

बढ़ई, लोहार, पेंटर, इलेक्ट्रीशियन

फर्श/फ्लोर टाइल्स मिस्त्री एवं सहायक

सेंट्रिंग व लोहे का कार्य करने वाले

गेट-ग्रिल एवं वेल्डिंग कार्य में संलग्न श्रमिक

कंक्रीट मिश्रण, मशीन संचालन एवं ढुलाई कार्य करने वाले

महिला श्रमिक जो सीमेंट-गारा ढोने का कार्य करती हैं

सड़क, पुल एवं बांध निर्माण कार्य में लगे श्रमिक

आधुनिक यंत्रों को चलाने वाले मजदूर

प्लंबर एवं भवन निर्माण में जल प्रबंधन से जुड़े श्रमिक

ईंट निर्माण एवं पत्थर तोड़ने वाले

रेलवे, हवाई अड्डा, टेलीफोन आदि निर्माण कार्य में संलग्न अस्थायी श्रमिक

मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत मजदूर (बागवानी एवं वानिकी को छोड़कर)

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