11 विधानसभा क्षेत्रों में घूमेंगे 13 मोबाइल वाहन, बढ़ेगी मतदाताओं की भागीदारी
11 विधानसभा क्षेत्रों में घूमेंगे 13 मोबाइल वाहन, बढ़ेगी मतदाताओं की भागीदारी
मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के लि मतदाता जागरूकता अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में 13 मोबाइल प्रचार वाहन चलाए जाएंगे. इन वाहनों का उद्देश्य मतदाताओं को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूक करना और उन्हें व्यावहारिक प्रशिक्षण देना है.अब घर-घर पहुंचेगी जागरूकता
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन सोमवार को समाहरणालय परिसर से इन प्रचार वाहनों को रवाना करेंगे. ये वाहन पहले से तय किए गए रूट चार्ट के अनुसार हर विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे और मतदाताओं को मतदान की प्रक्रिया के बारे में बताएंगे.जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है, जब मतदाता सक्रिय रूप से इसमें भाग लेते हैं. उन्होंने बताया कि इवीएम और वीवीपैट पूरी तरह से सुरक्षित और भरोसेमंद हैं. इन मशीनों की तकनीक को समझने से मतदाता बिना किसी डर या झिझक के अपना वोट डाल पाएंगे.मोबाइल वाहनों पर रहेंगी ये खास व्यवस्थाएं
इस जागरूकता अभियान के लिए तैयार किए गए प्रत्येक प्रचार वाहन पर खास व्यवस्थाएं की गई हैं:– मास्टर ट्रेनर: ये ट्रेनर मतदाताओं को मशीन चलाने का तरीका समझाएंगे और हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग देंगे.
– दंडाधिकारी: ये अधिकारी अभियान की निगरानी करेंगे, ताकि पारदर्शिता बनी रहे– पुलिस बल: सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिसकर्मी भी मौजूद रहेंगे.
प्रचार सामग्री: वाहनों पर बैनर और स्टैंडी भी लगाए जाएंगे, ताकि संदेश प्रभावी ढंग से दिखे.ये वाहन शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के मतदाताओं तक पहुंचेंगे.
सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
जागरूकता अभियान के लिए इस्तेमाल की जा रही EVM और VVPAT मशीनों को पुलिस की सुरक्षा में रखा जाएगा. जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी..सभी सहायक निर्वाचन अधिकारियों और प्रखंड विकास अधिकारियों को हर दिन इस अभियान की निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं.
मिल रही है ट्रेनिंग
मोबाइल वाहनों के अलावा, समाहरणालय परिसर में भी एक स्थायी इवीएम डेमोंस्ट्रेशन सेंटर बनाया गया है. यहां हर दिन औसतन 50 लोग ट्रेनिंग ले रहे हैं। यह केंद्र कार्यालय समय के दौरान सभी नागरिकों के लिए खुला रहेगा.
मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद
प्रशासन का मानना है कि इस जागरूकता अभियान से मतदाताओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे बिना किसी हिचकिचाहट के मतदान करेंगे. इस पहल से पिछले चुनावों की तुलना में मतदान प्रतिशत में वृद्धि होने की संभावना है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
