Muzaffarpur News: दो पुजारियों के बीच जमकर मारपीट, CCTV फुटेज वायरल, चले जूते-चप्पल
Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में पुजारियों के बीच जमकर मारपीट हो गई. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल है. दोनों पक्ष ने एक-दूसरे पर एफआईआर कर दी है. पुराने विवाद और एक पुजारी को हटाने की घटना को लेकर टकराव बताया जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर…
Muzaffarpur News: उत्तर बिहार के मशहूर मंदिर बाबा गरीबनाथ में पुजारी व सेवइत आपस में भिड़ गये. पुजारियों ने एक-दूसरे के साथ हाथापाई की और चप्पलों से भी पीटा. करीब आधा घंटा तक वहां घमासान मचा रहा. मंदिर के सीसीटीवी में इसका फुटेज है. इसे मंदिर के किसी कर्मी ने वायरल कर दिया. पुजारी पं संतोष पाठक ने पं अभिषेक पाठक पर एफआइआर के लिए थाने में आवेदन दिया है. उधर अभिषेक पाठक की ओर से पं पिंकू पाठक ने संतोष पाठक के खिलाफ एफआइआर कराया है.
दो पुजारी के बीच गाली-गलौज और मारपीट
पं. संतोष पाठक ने एफआइआर में कहा है कि वह किसी व्यक्ति की पूजा के लिये काउंटर से रसीद ले रहे थे तो वहां अभिषेक पाठक पहुंचे और गाली देने लगे. मंदिर के प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक ने जब उसे समझाने का प्रयास किया तो उनके साथ भी गाली-गलौज और मारपीट की. पं. अभिषेक पाठक और उनके रिश्तेदार ने मेरे साथ भी मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. जिससे मुझे चोट आयी है. सदर अस्पताल में मैंने इलाज कराया है. अभिषेक पाठक पूर्व में भी इस तरह का व्यवहार करते रहे हैं. संतोष पाठक ने कहा कि ऐसी ही घटना को लेकर पिछले साल अभिषेक पाठक पर मैंने केस किया था, जिसे पारवारिक दबाव से वापस ले लिया गया.
मारपीट का फुटेज वायरल
अभिषेक ने कहा कि संतोष तिवारी ने तीन दिन पूर्व मंदिर के एक पुजारी पं. संजीव झा को निकाल दिया था. इसकी शिकायत हम चाचा विनय पाठक से करने गये तो उनसे बहस हो गयी. इस दौरान संतोष पाठक ने मुझ पर पीछे से वार किया और मुझे पीटा. हालांकि मंदिर के प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक ने कहा कि संजीव झा मंदिर के पैसे की चोरी के आरोप में पकड़ा गया था, जिस कारण उसे मंदिर से निकाल दिया गया था. इसी बात पर अभिषेक पाठक मेरे ऑफिस में आकर मुझसे मारपीट पर उतारू हो गये. मंदिर के अन्य पुजारियों ने किसी तरह बीच- बचाव की. यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गयी, जिसमें अभिषेक ने मंदिर के कंप्यूटर से निकाल कर वायरल कर दिया. इसकी भी जांच की जायेगी.
नोट- मंदिर काफी प्रसिद्ध है, इस वजह से हम वीडियो नहीं दिखा सकते हैं। इससे लोगों की आस्था को ठेस पहुंच सकती है।
