ई-रिक्शा के बेतरतीब परिचालन व दुकानों के अतिक्रमण से लग रहा जाम
प्रशासन द्वारा समय-समय पर अभियान चलाए जाने और सख्ती बरतने के बावजूद नगरवासियों को भीषण जाम से निजात नहीं मिल पा रहा है.
हवेली खड़गपुर. नगर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. प्रशासन द्वारा समय-समय पर अभियान चलाए जाने और सख्ती बरतने के बावजूद नगरवासियों को भीषण जाम से निजात नहीं मिल पा रहा है. मुख्य रूप से ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या, उनके अव्यवस्थित परिचालन और प्रमुख मार्गों पर बढ़ता अतिक्रमण जाम की इस स्थाई समस्या के मूल कारण बने हुए हैं, जिससे आमलोग कराह रहे हैं और वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं.
बाजार का प्रमुख चौक-चौराहा बना है जाम का हॉट स्पॉट
नगर के मध्य स्थित मछली मार्केट से लेकर अंबेडकर चौक और नंदलाल बसु चौक तक सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक स्थिति बेहद चिंताजनक बनी रहती है. इन क्षेत्रों में यातायात इतना धीमा हो जाता है कि घंटों जाम लगा रहता है, जिससे राहगीरों और यात्रियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है और वाहन रेंगते हुए नजर आते हैं. इसी तरह पुरानी चौक, पटेल चौक और सोहनलाल चौक पर भी यही स्थिति है. स्थानीय लोग और यातायात पुलिस के अनुसार नगर में ई-रिक्शा की संख्या अत्यधिक बढ़ गयी है. जिसके कारण अव्यवस्थित तरीके से चलने वाले ये रिक्शा न केवल सड़कों को घेर लेते हैं, बल्कि कई बार नवसिखुआ चालकों के कारण दुर्घटना का भी कारण बनता है. जब मुख्य सड़क पर जाम लगता है तो ये चालक जाम से बचने के लिए छोटी गलियों का सहारा ले लेते हैं. प्रशासनिक स्तर पर अभी तक ई-रिक्शा के परिचालन के लिए कोई निर्धारित रूट की व्यवस्था नहीं की है.
अतिक्रमण ने छीना राहगीरों का हक
नगर के मुख्य बाजारों में दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों द्वारा किया गया अतिक्रमण जाम का एक प्रमुख कारण है. दुकानों का सामान सड़क तक फैला होता है, जिससे सड़क की चौड़ाई काफी कम हो जाती है. नागरिकों ने कई बार इस समस्या को लेकर प्रशासन को आवेदन दिया और बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाने का प्रयास भी हुआ. बावजूद कुछ समय बाद स्थिति फिर से जस की तस हो जाती है. जबतक ई-रिक्शा के लिए सख्त रूट निर्धारण, संख्या पर नियंत्रण और बाजारों से अतिक्रमण को स्थायी रूप से हटाने जैसे ठोस कदम नहीं उठाए जायेंगे, तब तक खड़गपुर को इस भीषण और दैनिक जाम से मुक्ति नहीं मिल पायेगी.
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