भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भगवान बिरसा मुंडा की भूमिका अहम
औपनिवेशिक शासन, भूमि अधिग्रहण, जबरन श्रम, सांस्कृतिक दमन और बाहरी लोगों की शोषणकारी प्रथाओं के विरुद्ध इस विद्रोह की अगवाई भगवान बिरसा मुंडा ने की थी.
जमालपुर रेल इंजन कारखाना जमालपुर में मंगलवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया. मुख्य कारखाना प्रबंधक के पोर्टिको में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय प्रसाद बरनवाल ने की. उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा जनजातीय नायकों के पराक्रम, दूरदर्शिता और योगदान को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भगवान बिरसा मुंडा की भूमिका को बुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने जो विद्रोह शुरू किया. वह विद्रोह अंग्रेजी सल्तनत के विरुद्ध था. औपनिवेशिक शासन, भूमि अधिग्रहण, जबरन श्रम, सांस्कृतिक दमन और बाहरी लोगों की शोषणकारी प्रथाओं के विरुद्ध इस विद्रोह की अगवाई भगवान बिरसा मुंडा ने की थी. जिसके लिए ही उन्हें भगवान की उपाधि दी गई है. इस दौरान रेल अधिकारियों और कर्मचारियों ने भगवान बिरसा मुंडा के तेलिया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी. मौके पर डिप्टी सीपीओ बीके राय, डिप्टी सीएमइ प्रोडक्शन डॉ अभ्युदय, डिप्टी सीएमइ क्रेन प्रीतम कुमार, डिप्टी सीएमइ बैगन अभिनय कुमार, एडबल्यूओ संजय तांती, एपिओ अश्विनी कुमार, प्रहलाद रावत, संजय झा, बृजमोहन प्रसाद, सुमन कुमार आदि मौजूद थे.
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