बदहाली : भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र लेने में रैयतों के छूट रहे पसीने

जमालपुर में राजस्व से संबंधित मामलों का समय पर नहीं हो रहा निष्पादन

By ANAND KUMAR | November 9, 2025 12:19 AM

जमालपुर. अंचल कार्यालय, जमालपुर में राजस्व से संबंधित मामलों का निष्पादन समय पर नहीं हो पा रहा है. अंचल क्षेत्र के रैयतों को अपनी जमीन का भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र (एलपीसी) लेने और अपनी ही जमीन की मापी करवाने के लिए लोहे का चना चबाना पड़ रहा है. यूं कहें कि कर्मचारियों की मनमानी से रैयतों को अंचल कार्यालय का दौड़ लगानी पड़ रही है.

एलपीसी के 1256 आवेदन रिजेक्ट

रैयतों की मानें, तो जब तक चढ़ावा नहीं चढ़ाया जाता है, तब तक काम नहीं होता है. राजस्व कर्मी से लेकर अमीन तक ने क्षेत्र में एक निजी स्टाफ बहाल कर रखा है, जो रैयतों की जमीन संबंधी मामलों की डील करते हैं. यही कारण है कि रैयतों को जमीन संबंधी कामकाज का निबटारा नहीं हो पाता है और वे सरकार की योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं. रैतयों ने दावा किया कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा एलपीसी के लिए दिये गये आवेदन का निष्पादन 10 दिनों के अंदर करने का आदेश दिया गया है. परंतु यह आदेश अंचल कार्यालय जमालपुर में लागू नहीं हो रहा है. जमालपुर अंचल कार्यालय में एलपीसी के लिए 4535 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 1256 आवेदनों को रिजेक्ट कर दिया गया और पेंडिंग आवेदनों की संख्या 38 बची हुई है. बांकी अन्य आवेदनों के बारे में कोई अता-पता नहीं है. विदित हो कि तत्कालीन जिलाधिकारी नवीन कुमार ने अपने निरीक्षण के दौरान जमालपुर अंचल कार्यालय में तैनात राजस्व कर्मी और एक निजी स्टाफ को गिरफ्तार किया था और प्राथमिकी दर्ज करवाई थी, परंतु एक बार फिर स्थिति पहले जैसी बन गयी है.

अगस्त में किया आवेदन, अबतक नहीं हुई जमीन की मापी

फरीदपुर निवासी मिथिलेश कुमार ने बताया कि तत्कालीन अंचलाधिकारी विवेक आनंद ने मालगुजारी के रसीद में खाता, खसरा का उल्लेख नहीं रहने के कारण एलपीसी का आवेदन रिजेक्ट कर दिया था. जबकि उनका ऑनलाइन रसीद कट रहा है. इसमें खाता एवं खसरा का उल्लेख नहीं है. उन्होंने बताया कि 15-20 दिन पहले फिर से आवेदन किया है. इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पायी है. वहीं केशवपुर निवासी शांति देवी ने कहा कि पिछले अगस्त माह में अपनी ही जमीन की मापी के लिए पैसा जमा कर दिया है. अब नवंबर चल रहा है, पर अब तक जमीन की मापी नहीं हुई है.

कहते हैं अधिकारी

अंचल अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि कुछ माह बाढ़ और वर्तमान में चुनाव कार्य के कारण नियमित कार्य रुक गया था. मतगणना कार्य संपन्न होने के बाद कैंप लगाकर रैतयों के लंबित कार्यों का निष्पादन किया जाएगा.

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