शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर किया विरोध प्रदर्शन
अपनी मांगों के समर्थन में वित्त रहित शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को वित्त रहित शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर सामान्य कामकाज करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
सरकार की दोहरी नीति के विरोध में आगामी 28 मार्च को होगा पुतला दहन
जमालपुर. अपनी मांगों के समर्थन में वित्त रहित शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को वित्त रहित शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर सामान्य कामकाज करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही आगामी 28 मार्च को सरकार की दोहरी नीति के विरोध में राज्यव्यापी पुतला दहन करने का निर्णय लिया. जमालपुर के डॉ यूपी वर्मा अच्छूराम हरिलाल बालिका उच्च विद्यालय में संगठन के जिला सचिव उदय चंद्र ने बताया कि बिहार सरकार वित्त रहित शिक्षकों के प्रति दोहरा मापदंड अपना रही है. राज्य के वित्त रहित अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों, इंटरमीडिएट महाविद्यालयों के हजारों वित्त रहित शिक्षा कर्मियों को होली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार में भी वेतन नहीं दिया गया. जिसके कारण कर्मियों में भारी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में अनुदान के बदले वेतनमान देने, 7 वर्षों के बकाया अनुदान का एक मुश्त भुगतान करने, कार्यरत सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की सेवा स्थाई करने, सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन देने की मांग शामिल है. उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें मान नहीं ली जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. संघर्ष के इस चरण में विधायकों और मंत्रियों का क्षेत्र में घेराव भी किया जाएगा. इसके तहत पूरे राज्य में 19 मार्च को वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. मौके पर शिक्षक शंभू शरण पंकज, सहायक शिक्षक रवींद्र कुमार, अनीता देवी और पंकज कुमार राय मुख्य रूप से उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
