जमालपुर में बनेगी दुर्घटना रहित रेल परिचालन योजना

उपलब्धि. रेल के मुख्य संरक्षा आयुक्तों का सेमिनार इरिमी में शुरू आये दिन रेल दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पूरे भारतीय रेल के संरक्षा आयुक्त दुर्घटना रहित रेल परिचालन की योजना बनाने में लग गये हैं. गौरव की बात यह है कि यह योजना रेल नगरी जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टिच्यूट ऑफ मेकनिकल एंड […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 25, 2017 5:45 AM

उपलब्धि. रेल के मुख्य संरक्षा आयुक्तों का सेमिनार इरिमी में शुरू

आये दिन रेल दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पूरे भारतीय रेल के संरक्षा आयुक्त दुर्घटना रहित रेल परिचालन की योजना बनाने में लग गये हैं. गौरव की बात यह है कि यह योजना रेल नगरी जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टिच्यूट ऑफ मेकनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इरिमी) में बनेगी.
जमालपुर : जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टिच्यूट ऑफ मेकनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इरिमी) में देश के तमाम कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) का तीन दिवसीय सेमिनार सोमवार की देर शाम आरंभ हुआ. उसकी अध्यक्षता इरिमी के निर्देशक गजानन माल्या ने की. प्राप्त समाचार के अनुसार इस सेमिनार में देश के सभी सीआरएस तथा डिप्टी सीआरएस भाग लेने यहां पहुंचे हैं. जिन्होंने रेलवे की सुरक्षा के नये मापदंड पर गंभीर चर्चा की.
भारतीय रेल के मुख्य संरक्षा आयुक्त एस नायक भी मंगलवार को 13071 अप हावड़ा-जमालपुर सुपर एक्सप्रेस से जमालपुर पहुंचेंगे. सेमिनार में भाग लेने इस्टर्न सर्किल के सीआरएस प्रमोद कुमार आचार्या, नॉर्थ-इस्ट सर्किल के एसके पांण्डेय, सदर्न सर्किल के केए मनोहरन, सदर्न-सेंट्रल सर्किल के रामकृपाल तथा वेस्टर्न सर्किल के सीआरएस एस चंद्रा यहां पहुंच चुके हैं. जबकि डिप्टी सीआरएस में मुख्य रूप से राजीव कुमार, उत्तम प्रकाश, शलभ त्यागी, बीएस यादव, जीपी गर्ग, इ श्रीनिवास, डी बनर्जी तथा रैना मेहर मुख्य रूप से शामिल हैं. मौके पर इरिमी के वरिष्ठ व्याख्याता पीके साहा, डा अभ्युदय, के रमन, सुमन राज, जेपी मंडल मुख्य रूप से उपस्थित थे.
सेमिनार में आज पहुंचेंगे मुख्य संरक्षा आयुक्त एस नायक
कौन होते हैं सीआरएस
बताया गया कि कहीं भी कोई रेल दुर्घटना की स्थिति में दुर्घटना की जांच रेलवे के संरक्षा आयुक्त द्वारा ही की जाती है. इसके अलावा रेलवे के किस सेक्शन पर किस गति सीमा से ट्रेनों का परिचालन होगा, इसका निर्णय भी सीआरएस द्वारा ही किया जाता है. हालांकि रेलवे के ये अति विशिष्ट पद पर कार्यरत अधिकारी नागरिक उड्डयन विभाग के होते हैं. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन की तरह ही चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी का भी पूरे देश में एक ही पद होता है. ऐसे में इस सेमिनार पर विभाग की नजर टिकी होने की सूचना है.

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