Motihari News : पहाड़पुर से फर्जी राशन कार्ड बरामदगी मामले में डीएम ने गठित की टीम, धंधेबाजों में हड़कंप

जिले के पहाड़पुर में बिना ओटीपी व एप्रूबल के राशन कार्ड थम व ड्राइवरी लाइसेंस बनाने के मामले में नया मोड़ आ गया है.

By GAJENDRA KUMAR | May 28, 2025 10:31 PM

मोतिहारी. जिले के पहाड़पुर में बिना ओटीपी व एप्रूबल के राशन कार्ड थम व ड्राइवरी लाइसेंस बनाने के मामले में नया मोड़ आ गया है. मामले में डीएम सौरभ जोरवाल ने जांच कराने के लिए उपभोक्ता संरक्षण विभाग बिहार को पत्र लिखा है. कहा है कि इस गिरोह का जाल बिहार के कई जिलों में है. ऐसे में वरीय स्तर पर इसकी जांच टीम गठित कर होनी चाहिए. वैसे जिला स्तर पर भी पुलिस व प्रशासन की टीम के साथ भी साइबर टीम भी कार्य कर रही है. जानकार बताते है कि इस गिरोह का मास्टर माइंड सुपौल का है, जहां से सासाराम, पूर्वी चंपारण, छपरा सहित बिहार के अन्य जिलों में साइबर कैफे के माध्यम से बगैर ओटीपी गैर संवैधानिक कार्य हो रहा है. 21 मई को अरेराज एसडीओ अरूण कुमार ने अपने लॉगिंग पर 40 नया राशन कार्ड देख भौंचक रह गये थे. जांच करायी तो बगैर एमओ एसडीओ के एप्रूबल के राशन कार्ड बना था. मजे की बात यह कि ओटीपी भी नहीं था. पहाड़पुर लगुनिया के डीजिटल साइबर कैफे के रेहान सैफी, नौवाडीह भवानी साइबर कैफे के सूरज कुमार व अन्य लिंक सुपौल के मास्टर माइंड से है, जिसका दूसरा मुख्य शाखा सासाराम में भी है. आश्चर्य यह कि फेक बेवसाइट पर थम्ब का निर्माण किया गया है, जिसका इस्तेमाल कुछ सरकारी कर्मी व शिक्षकों द्वारा हाजरी बनाने में किया गया है, जिसकी विन्दुवार जांच की जा रही है. वैसे इसका इस्तेमाल खाद्यान्न उठाव मामले में भी हो सकता है, इसकी जांच की जा रही है. मामले में बिहार एनआइसी अलर्ट मोड में है, जिसकी यहां से जानकारी दी गयी है.क्या कहते है अधिकारी बगैर ओटीपी के फर्जी राशन कार्ड के निर्माण का खुलासा व फेक बेवसाइट पर थम्ब का निर्माण कई सवालों को जन्म देता है. इसके उपयोगकर्ता के खिलाफ टीम जांच कर रही है. साथ ही मामला साइबर फ्रॉडों के राज्य स्तर के नेटवर्क का है. इसको ले एनआइसी के साथ उपभोक्ता संरक्षण विभाग बिहार को पत्र लिखा गया है, ताकि राज्य स्तर पर ऐसे कार्ड व धंधेबाजों की जांच करायी जा सके.

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