Madhubani News : प्रारंभिक विद्यालयों में अभिभावक – शिक्षक संगोष्ठी आज

छात्रों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने में अभिभावकों की अहम भूमिका है.

By GAJENDRA KUMAR | November 28, 2025 10:08 PM

मधुबनी. छात्रों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने में अभिभावकों की अहम भूमिका है. इसी महत्ता को रेखांकित करते हुए विभाग ने अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी का शनिवार को आयोजन किया है, उन्हें निमंत्रण पत्र भी भेजा है. इस बार की अभिभावक-शिक्षक बैठक कई मायनों में अलग है. अभिभावकों के साथ प्रति महीने बच्चों की प्रगति के साथ-साथ अन्य विद्यालयी वातावरण को बेहतर बनाने के संबंध में सार्थक चर्चा होगी. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में हर बच्चा होगा अब स्कूल का हिस्सा और निपुण बनेगा बिहार हमारा थीम पर अभिभावक-शिक्षक आयोजित करने का निर्देश जारी किया है. यह कदम प्राथमिक शिक्षा के सुदृढ़ीकरण और अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. शिक्षक अभिभावकों से चर्चा करें कि प्रत्येक बच्चे को पढ़ने के समान अवसर मिले. बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजें और घर पर पढ़ने में सहायता करे. हर बच्चे की सीखने की गति अलग होती है, अतः उनकी तुलना अन्य बच्चों से न करें और छोटी गलतियों पर डांट-फटकार न लगायें. टीवी, मोबाइल का उपयोग सीमित कर बच्चों को किताब और पत्रिका से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करें. बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता पर चर्चा हो. अभिभावक यह सुनिश्चित करें कि वे अपने बच्चों को भोजन कराकर ही विद्यालय भेजें. सरकारी विद्यालय, जो प्राइवेट स्कूलों को दे रहा मातः सरकारी विद्यालय का नाम सुनते ही आम लोगों के मन में सबसे पहला यह सवाल उठता होगा कि उस विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था कैसी होगी. क्योंकि आम लोगों में अवधारणा है कि सरकारी विद्यालय में निजी विद्यालय के मुकाबले शैक्षणिक व्यवस्था थोड़ी कमजोर होती है. यहां कार्यरत शिक्षकों की सोच माहौल को बदल दिया है. संगोष्ठी के मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान के महत्व से अवगत कराना. जो बच्चों के सुरक्षित और उज्जवल भविष्य के लिए आवश्यक है. समावेशी शिक्षा हर बच्चे को सीखने के समान अवसर प्रदान करना, चाहे उसकी पृष्ठभूमि, क्षमता या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो. समावेशी शिक्षा का उद्देश्य प्रत्येक बच्चे को एक आत्मविश्वासी और समाज का सक्रिय सदस्य बनाना है. शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों से अवगत कराना.अधिक संगोष्ठी में अधिक से अधिक अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित करना.

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