पीएचसी में नवजात की मौत पर हंगामा

खजौली : पीएचसी खजौली में बुधवार को एक नवजात की मौत हो गयी. जिसको लेकर परिजन ने जमकर हंगामा किया. परिजन का आरोप था कि नवजात की मौत एएनएम एवं डॉक्टरों के लापरवाही से हुई है. परिजन दोषी डॉक्टर को हटाये जाने की मांग कर रहे थे. परिजन के हंगामा किये जाने से पीएचसी में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2019 1:56 AM

खजौली : पीएचसी खजौली में बुधवार को एक नवजात की मौत हो गयी. जिसको लेकर परिजन ने जमकर हंगामा किया. परिजन का आरोप था कि नवजात की मौत एएनएम एवं डॉक्टरों के लापरवाही से हुई है. परिजन दोषी डॉक्टर को हटाये जाने की मांग कर रहे थे.

परिजन के हंगामा किये जाने से पीएचसी में कुछ देर तक के लिये अफरा तफरी का माहौल रहा. पीड़ित परिवार ने एएनएम एव डॉक्टरों के खिलाफ पीएचसी में जमकर बबाल किया. प्रसूता के पिता हरिनारायण शर्मा ने आरोप लगाया कि पीएचसी के डॉक्टर डा. रामाश्रय सिंह एव एएनएम रानी कुमारी एव सावित्री कुमारी के ड्यूटी के दौरान उनकी बेटी प्रसूता सुलेखा देवी को भर्ती कराया गया.
प्रसूता की हालत गंभीर होने पर भी एएनएम मीणा प्रभात एव डॉक्टर द्वारा प्रसव कक्ष में प्रसूता का प्रसव कराया गया. प्रसूता के पिता ने एएनएम पर आरोप लगाया कि सही ढंग से प्रसूता का इलाज नहीं करने से नवजात शिशु के जन्म के बाद कुछ ही देरी के बाद मौत हो गयी.
वही प्रसूता की पीएचसी में हालत बिगड़ते देख प्रसूता के पिता शर्मा ने बेहतर इलाज के लिये सदर हास्पिटल रेफर करने का दबाव बनाने पर पीएचसी के डॉक्टर एवं एएनएम द्वारा दिन के करीब 11 बजे सदर हास्पिटल रेफर किया गया. लेकिन पीएचसी के एंबुलेंस चालक द्वारा पीड़ित परिवार से 5 हजार रुपये मांग पर अड़े रहने से तीन घंटे के बाद प्रसूता को एंबुलेंस से पीएचसी से सदर हास्पिटल ले जाया गया.
वही पीड़ित परिवार ने नवजात बच्चे की मौत को लेकर पीएचसी को जिम्मेवार ठहराया है. पीएचसी में घटना को लेकर सिविल सर्जन मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि एक जांच कमिटी टीम गठित की गयी है. जांच करके दोषी कर्मी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Next Article

Exit mobile version