गारंटी पीरियड में खराब हुए बल्ब पर बदलने वाली एजेंसी का ही पता नहीं

जिले में सैकड़ों उपभोक्ताओं ने खरीदे थे बिजली विभाग से कम कीमत पर 38 हजार बल्ब मधुबनी : बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को मुहैया कराया गया बल्व अब लेने वाले उपभोक्ता अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. बल्व खराब है, विभाग ने इसे तीन साल में खराब होने पर बदलने का गारंटी दिया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 20, 2019 1:20 AM

जिले में सैकड़ों उपभोक्ताओं ने खरीदे थे बिजली विभाग से कम कीमत पर 38 हजार बल्ब

मधुबनी : बिजली विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को मुहैया कराया गया बल्व अब लेने वाले उपभोक्ता अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. बल्व खराब है, विभाग ने इसे तीन साल में खराब होने पर बदलने का गारंटी दिया था. पर अब न तो बल्व देने वाले एजेंसी का ही पता है और न ही विभाग ही बल्व बदलने के दिशा में किसी प्रकार की पहल कर रही है.
जानकारी के अनुसार भारत सरकार द्वारा हर घर बिजली व सौभाग्य योजना के तहत जहां मुफ्त में बिजली कनेक्शन देने को लेकर पंचायत स्तर पर कैंम्प चलाया गया. वहीं कम ऊर्जा खपत को लेकर सरकार द्वारा सस्ते दर पर उपभोक्ता को एलईडी बल्ब व पंखा भी दिया गया.
सरकार के निर्देशानुसार बल्ब व पंखा खरीद के तीन साल तक खराब होने पर जहां इसे बदल कर नया बल्व देने की बात कह गया था वही पंखा में गड़बड़ी होने पर उसे भी तीन साल के अंदर बदलने का गारंटी दिया गया था. भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में यह योजना चालू किया गया.
इस योजना के तहत एएसएचएल कंपनी को बिहार के विभिन्न जिला में उपभोक्ता के आधार कार्ड या किसी प्रकार के अबसीय प्रमाणपत्र लेकर बल्ब देने की व्यवस्था किया गया था. जिस समय योजना चालू हुई लोगो को काफी खुशी हुइ थी. उपभोक्ताओं ने दर्जन के हिसाब से बल्ब खरीद लिया. कुछ दिन तक तो उपभोक्ता का बल्ब फ्यूज़ होने पर उसे बदला गया, पर इसके बाद न तो नया बल्व मिला और न ही खराब बल्व ही बदला गया. 2017 से जिला में बल्व बिक्री का काम बंद होने के कारण उपभोक्ता परेशान है.
सस्ते दर पर बल्ब लेकर अफसोस कर रहे उपभोक्ता : बाजार में जो एलईडी बल्ब मिलता है उसका कीमत 100 से 125 रूपये है. उक्त बल्ब अगर एक साल के अंदर खराब होता है तो उसे बदल दिया जाता है. लेकिन उजाला योजना के तहत उपभोक्ताओं को महज 70 से 80 रुपये में बल्ब दिया जाता था. साथ ही तीन साल की गारंटी भी दिया जाता था.
जाती थी इसी लोभ में फसकर उपभोक्ता बल्ब खरीद लिया नंद नगर निवासी नरेंद्र कुमार,सूर्य नारायण साह, नरेश भारती, गंगा राउत ने बताया कि 6 माह में ही बल्ब फ्यूज़ हो गया. वही नोनिया टोल निवासी नंदेश्वर लाल दास,सरोज राउत्, सुभन कुमार,अनिल श्रीवास्तव, प्रमोद दस ने बताया कि बल्ब बदलने का काम तो बंद है ही साथ ही महज तीन पोल के में बंच केबल भी अभी तक नही लगाया गया.

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