सफाई अभियान में बिना नंबर प्लेट वाले ट्रैक्टर नगर परिषद की कार्यशैली पर उठा रहे सवाल
सफाई अभियान में बिना नंबर प्लेट वाले ट्रैक्टर नगर परिषद की कार्यशैली पर उठा रहे सवाल
मधेपुरा. शहर में जमा कचरे व बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर सोमवार को प्रभात खबर में प्रकाशित खबर के बाद नगर परिषद प्रशासन सक्रिय हुआ. सोमवार को नगर परिषद की सफाई टीम शहर के विभिन्न गलियों व मोहल्लों में पहुंची व कचरा उठाने का कार्य शुरू किया. सड़कों के किनारे व नालियों के पास जमा कचरे को ट्रैक्टर के माध्यम से हटाया गया. नालियों की सफाई कर उसमें इससे स्थानीय लोगों को कुछ दिनों बाद राहत महसूस हुई. स्थानीय निवासियों ने कहा कि पिछले कई सप्ताहों से कचरा उठाव का कार्य बंद था. इसके कारण सड़कों पर दुर्गंध फैल गयी थी. लोगों ने कहा कि खबर के प्रकाशित होने के बाद ही नगर परिषद की ओर से सफाई करायी गयी. बिना नंबर प्लेट के ट्रैक्टर पर सवाल सफाई अभियान के दौरान एक और महत्वपूर्ण बात सामने आयी. कचरा ढोने के लिए जो ट्रैक्टर लगाया गया है, उन पर नंबर प्लेट नहीं लगीं थी. इससे नगर परिषद द्वारा उपयोग किये जाने वाले वाहनों के पंजीकरण व वैधता पर सवाल खड़ा हो गया है. परिवहन नियमों के अनुसार बिना पंजीकरण नंबर वाले वाहनों का सड़क पर परिचालन अवैध माना जाता है. स्थानीय लोगों की मांग लोगों ने नगर परिषद प्रशासन से मांग कि सफाई कार्य को नियमित और निरंतर किया जाय, सिर्फ एक-दो दिन तक नहीं, वार्ड में कचरा फेंकने के लिए निश्चित स्थान और डस्टबिन की व्यवस्था की जाय, सफाई के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी वाहनों का नंबर प्लेट और रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित किया जाए, क्षेत्र में कीटनाशक दवा का छिड़काव नियमित किया जाए ताकि बीमारी फैलने की आशंका कम हो, अगर निगरानी नहीं हुई, तो स्थिति फिर बिगड़ सकती है. स्थानीय नागरिकों ने स्पष्ट कहा कि सफाई अभियान एक अच्छी पहल है, पर इसे केवल औपचारिक कार्रवाई बनाकर छोड़ दिया गया, तो फिर कुछ ही दिनों में स्थिति पूर्ववत हो जायेगी. लोगों का कहना है कि नगर परिषद को निगरानी और जवाबदेही की व्यवस्था मजबूत करनी होगी.
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