कार्तिक मेला में थी पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था
प्रखंड मुख्यालय में चार दिनों से चल रहे कार्तिक मेला का समापन शनिवार की रात प्रतिमा विसर्जन के उपरांत हो गया.
प्रतिमा विसर्जन के साथ कार्तिक मेला का समापन
ग्वालपाड़ा.
प्रखंड मुख्यालय में चार दिनों से चल रहे कार्तिक मेला का समापन शनिवार की रात प्रतिमा विसर्जन के उपरांत हो गया. प्रखंड मुख्यालय में प्रति वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेला का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष भी कार्तिक भगवान के साथ-साथ अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा बना कर प्राण प्रतिष्ठा देकर करीब चार दिनों तक पूजा-पाठ किया. वैसे चुनाव के चलते छह नवंबर को मेला में किसी प्रकार का कोई कार्यक्रम नहीं हो पाया. मेला में जहां मनोरंजन के लिए गौरव ठाकुर के द्वारा जागरण कार्यक्रम किया गया. वहीं ग्रामीण युवकों के द्वारा नाटक की प्रस्तुति की गयी. लोक गाथा पर आधारित नाटिका की भी प्रस्तुति की गयी. तरह-तरह का झूला लगाया गया था. मेले में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ बिजली पानी, साफ-सफाई का भी इंतजाम किया गया था. मेला कमेटी के द्वारा 24 घंटे काम करने वाले कार्यालय भी कार्यरत रहा. इस मेले में करीब पांच से दस हजार लोगों की आवाजाही होती है. भीड़ को नियंत्रण करने के लिए थानाध्यक्ष संतोष कुमार सहित अन्य पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे. वहीं स्थानीय वालिंटियर का सहयोग पुलिस प्रशासन को मिलता रहा. मेला मालिक पंकज कुमार ने बताया कि शनिवार को विधि विधान से विसर्जन कर ग्रामीण युवकों ने प्रतिमा को कंधा देकर नाचते गाते हुए पोखर में जल प्रवाह किया. मौके पर मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार, सरपंच प्रतिनिधि रोहित नंदन, उप मुखिया प्रतिनिधि शत्रुघ्न स्वर्णकार, समिति प्रतिनिधि टुनटुन साह, मिथिलेश कुमार, रणजीत कुमार, मुखिया, सहित समस्त ग्रामीण विसर्जन कार्यक्रम में भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
