मतदाता जागरूकता- भारतीय लोकतंत्र दुनिया में सबसे सशक्त : कुलपति

मतदाता जागरूकता- भारतीय लोकतंत्र दुनिया में सबसे सशक्त : कुलपति

By Kumar Ashish | November 1, 2025 6:37 PM

मधेपुरा. भारत को दुनिया का सबसे प्राचीन लोकतंत्र होने का गौरव प्राप्त है और देश को यह गौरव बिहार के कारण मिला है. हमारे बिहार की वैशाली में दुनिया में सबसे पहले लोकतंत्र का सफल प्रयोग देखने को मिलता है. उक्त बातें कुलपति प्रो बीएस झा ने कही. वे शनिवार को बीएनएमयू के प्रशासनिक परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के तत्वावधान में आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. कुलपति ने कहा कि हमारे देश का लोकतंत्र दुनिया का सबसे सशक्त लोकतंत्र है. हमारे देश में लोकतंत्र की जड़ें काफी गहरी एवं मजबूत है. लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बनाने के लिए चुनाव में जनभागीदारी बढ़ाने की जरूरत है. सामूहिक प्रयासों से ही शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य पूरा हो सकेगा. सबसे बड़ा पर्व है चुनाव कुलपति ने कहा कि लोकतांत्रिक समाज में चुनाव सबसे बड़ा पर्व है. इस पर्व में भाग लेना हम सबों का महा कर्तव्य है. चुनाव में मतदान सुनिश्चित करके हम अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं और अपने समाज एवं राष्ट्र का भविष्य भी गढ़ने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करते हैं. कुलपति ने कहा कि हमारा यह कर्तव्य है कि हम किसी भय या लोभ से प्रभावित हुए बिना मतदान करें. हमें अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए सर्वाधिक योग्य उम्मीदवार का चयन करना चाहिये. जब अच्छे जनप्रतिनिधि चुने जायेंगे. तभी आम लोगों का कल्याण होगा. समाज, राज्य एवं राष्ट्र में कल्याणकारी कार्य होंगे. राष्ट्र-निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाएं कुलसचिव प्रो अशोक कुमार ठाकुर ने कहा कि युवा ही राष्ट्र के भविष्य हैं. उनकी यह जिम्मेदारी है कि वे राष्ट्र-निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं. वे बढ़-चढ़कर मतदान में भाग लें एवं अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें. अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो अशोक कुमार सिंह ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से लगातार युवाओं के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. लोकतंत्र में आम नागरिकों एवं खासकर युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सराहनीय है. कार्यक्रम का संचालन समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने किया. धन्यवाद ज्ञापन परिसंपदा पदाधिकारी शंभू नारायण यादव ने की. कार्यक्रम के अंत में सबों को मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलायी गयी. सबों ने शपथ लिया कि वे अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाये रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, भयमुक्त होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना मतदान करेंगे. मौके पर इस अवसर पर मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो राजीव कुमार मल्लिक, कुलानुशासक डॉ इम्तियाज अंजुम, महाविद्यालय निरीक्षक डॉ अशोक सिंह, प्रधानाचार्य डॉ. सत्यजीत यादव, डॉ. सुनील कुमार, राहुल कुमार, डॉ सीडी यादव, डॉ फिरोज मंसूरी, रोविन्स कुमार, डॉ अंजू प्रभा, डॉ माधुरी कुमारी, डॉ रूपा कुमारी, डॉ शैलेश कुमार, डॉ वीरबहादुर, राम सिंह यादव, संतोष कुमार, डॉ सारंग तनय, पावेल कुमार, कृष्ण कुमार, अभिषेक कुमार, सुमन कुमार, निखिल कुमार, रंजीत कुमार, सौरभ कुमार चौहान, अंकित कुमार, राजेश कुमार, संतोष कुमार आदि उपस्थित थे.

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